Bangaal mein bavaal : भाजपा बनाम टीएमसी की लड़ाई में हालात बेकाबू, कोलकाता की सड़कों पर मचा कोहराम?
Bangaal mein bavaal : भाजपा बनाम टीएमसी की लड़ाई में हालात बेकाबू, कोलकाता की सड़कों पर क्यों मचा कोहराम?
Bangaal mein bavaal : लंबे अरसे बाद एक बार फिर ममता बनर्जी ( Mamata banerjee ) के पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में भाजपा और टीएमसी ( BJP VS TMC ) कार्यकर्ताओं के बीच सड़कों पर बवाल जारी है। बंगाल पुलिस ( Bengal Police ) द्वारा भाजपा के मार्च ( Nabanna Cholo March ) को इजाजत न मिलने के बाद सुबह से ही वहां की सड़कों पर हंगामा मचा है। हंगामे के बीच पुलिस ने भाजपा नेता शुवेंद्र अधिकारी ( Shuvendu Adhikari ) समेत कईयों को गिरफ्तार कर लिया है। एक तरफ पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल भाजपाइयों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े हैं तो दूसरी तरफ कोलकाता की सड़कों पर टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जंग जारी है। यानि एक तरफ से आंसू गैस के गोले तो दूसरी तरफ से पत्थरबाजी का आलम है।
यह स्थिति ममता सरकार के खिलाफ कोलकाता ( Kolkata ) में भाजपा के हल्ला बोल की वजह से उत्पन्न हुई है। बिना इजाजत भाजपा के नबान्न मार्च ( Nabanna march ) के दौरान पार्टी के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस पर पथराव हुआ है। इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। कोलकाता की सड़कों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष के हालात हैं।
ताजा जानकारी यह है कि जब भाजपा ( BJP ) के मार्च को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो हालात तनावपूर्ण हो गए। कार्रवाई से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए हैं। पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई हैं। बता दें कि भाजपा ने चलो नबन्ना नारे के साथ बड़े विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था।
इस बीच कोलकाता पुलिस ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुवेंदु अधिकारी के अलावा लॉकेट चटर्जी और राहुल सिन्हा सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए शुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है। हिरासत में लिए गए बीजेपी नेताओं को कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लाल बाजार लाया गया है।
क्यों मचा है बवाल
दरअसल, पश्चिम बंगाल की राजनीति में अब दल ही प्रमुख हैं। प्रचंड बहुमत के साथ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी सत्ता में है तो भाजपा विपक्षी पार्टी है। वर्तमान विधानसभा में कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों का अस्तित्व न के बराबर है। ममता बनर्जी अब बंगाल से बाहर केंद्रीय राजनीति में दखल दे रही है। वहीं भाजपा का आरोप है कि बंगाल में ममता बनर्ती तुष्टिकरण, भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और हिंदू विरोधी कार्यों में संलिप्त हैं। बंगाल में बेरोजगारी चरम पर है। हर रोज भ्रष्टाचार के नये नये मामले सामने आ रहे हैं। अब बंगाल की जनता ममता के साथ नहीं है। इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही कर रही हैं। यही वजह है कि कोलकाता में राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा ने नबान्न चलो मार्च का आह्वान किया था। दूसरी तरफ ममता बनर्जी का आरोप है भाजपा के लोग बंगाल में तना को बढ़ावा दे हैं। केंद्र सरकार बंगाल सरकार के खिलाफ एक साजिश के तहत केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।