तिहाड़ जेल में पकड़ा गया अबतक का सबसे बड़ा घूसखोरी कांड, सिर्फ एक अपराधी ने दिए अधिकारियों को 12 करोड़ की रिश्वत
तिहाड़ जेल में पकड़ा गया अबतक का सबसे बड़ा घूसखोरी कांड, सिर्फ एक अपराधी ने दिए अधिकारियों को 12 करोड़ की रिश्वत
Mahathag Sukesh Chandrasekhar : तिहाड़ जेल ( Tihar jail ) में अब तक का सबसे बड़ा घूसखोरी कांड ( Biggest bribe case ) सामने आने के बाद बुधवार को महाठग सुकेश चंद्रशेखर ( Mahathag Sukesh Chandrashekhar ) मामले की सुप्रीम कोर्ट ( Supreme ) में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुकेश ने कबूला कि तिहाड़ जेल में प्रताड़ना से बचने और जेल से अपना सिंडिकेट चलाने के लिए उसने जेल के अधिकारियों को 12 करोड़ रुपए से ज्यादा की रिश्वत दी। इस पर शीर्ष अदालत ने सुकेश को यह बताने को कहा है कि उसने किस अधिकारी को घूस के पैसे दिये।
सिंडिकेट चलाने के लिए जेल अधिकारियों ने दी छूट
बुधवार को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने अदालत से कहा कि रिश्वत की वजह से जेल अधिकारियों ने उसे सिंडिकेट चलाने के लिए पूरी छूट दी थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने कहा कि वह मामले की तह तक जाएगा। ठग सुकेश से रिश्वत लेने वाले जेल के अधिकारी कौन थे, अदालत ने उनका नाम बताने को कहा। कोर्ट ने यह भी पूछा कि जेल में रहते हुए उसने रकम की व्यवस्था कैसे की।
सुकेश ने दिल्ली से बाहर जेल में भेजे जाने की मांग की है
ताजा अपडेट के मुताबिक इस मामले की सुनवाई करने वाली जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट एवं जस्टिस सुधांशु धूलिया की पीठ ने कहा कि तिहाड़ जेल के जिन अधिकारियों को कथित रूप से रिश्वत दी गई, सुकेश र ( Mahathag Sukesh Chandrashekhar ) को उनके नाम बताने चाहिए। ठग सुकेश ने खुद को दिल्ली से बाहर किसी जेल में भेजने की मांग की है।
इस मामले की सुनवाई 26 जुलाई के लिए आगे बढ़ाते हुए कोर्ट ने कहा कि सुकेश र ( Mahathag Sukesh Chandrashekhar ) ने तिहाड़ के जिन अफसरों को कथित रूप से रिश्वत दी, उनका पूरा ब्योरा एवं नाम कोर्ट के सामने आना चाहिए।
चंद्रशेखर को पैसे देने के लिए बाध्य किया गया-वकील
ईडी ने शीर्ष अदालत को बताया कि जेल से अपना अवैध सिंडिकेट चलाने के लिए सुकेश ने जेल के अधिकारियों को रिश्वत दी। चूंकि तिहाड़ जेल से जारी उसकी अवैध गतिविधियों का खुलासा हो गया है, ऐसे में वह दूसरी जेल में स्थानांतरित करने की मांग कर रहा है। वह जेल अधिकारियों को घूस देते पकड़ा गया है। वकील आर बसंत ने कहा कि उनके र ( Mahathag Sukesh Chandrashekhar ) मुवक्किल ने अफसरों को पैसे दिए लेकिन यह रिश्वत नहीं थी। चंद्रशेखर को पैसे देने के लिए बाध्य किया गया। जेल में उसे धमकियां मिल रही थीं और उसे जेल में प्रताड़ित किया जा रहा था।
दिल्ली पुलिस से दूर क्यों रहना चाहता है सुकेश
ईडी ( ED ) ने सुकेश र ( Mahathag Sukesh Chandrashekhar ) की अर्जी का विरोध करते हुए अपना विस्तृत हलफनामा दायर किया है। जांच अधिकारियों का कहना है कि तिह़ाड़ के कुछ अधिकारियों को रिश्वत देकर सुकेश ने वहां अपना दफ्तर बनाया था। यहीं से वह अपना फिरौती वाला रैकेट चला रहा था। जबकि चंद्रशेखर का कहना है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में उसके खिलाफ 37 मामले लंबित हैं। उसने दिल्ली के बाहर किसी जेल में खुद ( Sukesh ) को भेजे जाने की मांग की। ठग का कहना है कि उसे उस जेल में भेजा जाए जहां दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) का नियंत्रण न हो।