Bihar News : दिवाली पर बिहार में जहरीली शराब का कहर, अबतक 16 लोगों की मौत तो कई बीमार
(बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब का मामला सामने आया है और अबतक 16 लोगों की मौत की खबर है) Pic- Social media
Bihar News : बिहार में शराबबंदी कानून लागू है लेकिन यहां जहरीली शराब (Poisionous Liquer) के कारण हुई मौतों के मामले सामने आते रहते हैं। कल गोपालगंज (Gopalganj news) में आठ लोगों की संदिग्ध मौत के बाद आज गुरुवार, 4 नवंबर को राज्य के बेतिया से भी बुरी खबर आई है। हालांकि, गोपालगंज जिला प्रशासन ने अब तक केवल 3 लोगों की जहरीली शराब से मौत की पुष्टि की है।
अब खबर है कि बेतिया (Betiya news) में भी कथित रूप से जहरीली शराब पीकर आठ लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है, जबकि कई बीमार होकर अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बता दें कि, इससे पहले भी इसी साल जुलाई में पश्चिम चंपारण में जहरीली शराब पीने की वजह से 16 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त शराब कांड जिले के लोरिया और रामनगर प्रखंड अंतर्गत हुआ था।
घटना नौतन (Nautanki Thana area) थाना क्षेत्र के दक्षिणी तेलहुआ गांव की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार मरने वालों में पंचायत के वार्ड नंबर 2, 3 और 4 के लोग हैं।
गांववालों के मुताबिक बुधवार, 3 नवंबर की रात एक टोले के लोगों ने शराब पी थी। शराब पीने के कुछ समय बाद ही सभी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां एक के बाद एक लोगों की मौत से हड़कंप मच गया।
गांववालों का कहना है कि अब तक कुल आठ लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों में बच्चा यादव, महाराज यादव, हनुमंत सिंह, मुकेश पासवान, जवाहर सहनी, उमा साह, रमेश सहनी और राम प्रकाश राम शामिल हैं। वहीं, कई लोग अभी भी गंभीर रूप से बीमार हैं।
मृतक के परिजनों का कहना है कि बुधवार शाम को शराब पीने के बाद अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और इलाज कराने के लिए उसे जिला मुख्यालय लेकर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
कुछ दूसरे पीड़ितों का भी ऐसा ही हाल बताया जा रहा है। प्रशासन जरूर खुद को इस विवाद से दूर कर रहा है, लेकिन मृतक के परिजन जहरीली शराब को ही जिम्मेदार मान रहे हैं।
इस पूरे मामले पर फिलहाल जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है। सूत्रों के मुताबिक जिला प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रहा है मगर अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से ही हुई है।
बता दें कि गोपालगंज के महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में छह और बुचेया और लोहजिरा के एक-एक समेत आठ लोगों की बुधवार को संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। वहीं, चार अन्य लोग बीमार हो गए। परिजनों व ग्रामीणों के अनुसार जहरीली शराब पीने के कारण मौत हुई है। हालांकि प्रशासन ने चार की मौत की पुष्टि की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतकों में रामबाबू राय (35) , छोटेलाल प्रसाद (35) संतोष कुमार साह, मुकेश राम (महम्मदपुर) व छोटे लाल सोनी, पानापुर (सारण) शामिल हैं। इनमें दो लोगों को मोतिहारी के छतौनी स्थित निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
उधर, गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि संदिग्ध स्थिति में मौत के मामले की जांच की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम व एसएफएल जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि आखिर चार लोगों की मौत किस वजह से हुई है। चार को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है।
वहीं, कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा, "ज़हरीली शराब पीने से गोपालगंज में 17 लोगों की और पश्चिमी चंपारण में 9 लोगों की मौत की खबर है। नीतीश कुमार का शराबबंदी कानून अवैध और जहरीली शराब की सबसे बड़ी वजह है। कानून को लागू कर पाने में नीतीश कुमार बुरी तरह से विफल साबित हुए हैं। अपने अहंकार की तुष्टि के लिए नीतीश कुमार सालाना सौ-डेढ़ सौ लोगों को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं।"