Bihar News : नौकरी में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए SDO की गाड़ी के नीचे लेटी महिला, पुलिस ने बीच सड़क पर बाल पकड़ कर घसीटा
नौकरी में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए SDO की गाड़ी के नीचे लेटी महिला
Bihar News : बिहार के गया स्थित खिजरसराय के डेमा गांव में बीते सोमवार 28 फरवरी को आयोजित आमसभा में जमकर हंगामा हुआ है। यहां 5 वर्ष पूर्व आंगनवाड़ी सेविका पद के लिए चयनित महिला को जब नियुक्ति पत्र नहीं मिला तो उसने अपनी दावेदारी को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। इससे पुलिस को बल का इस्तेमाल करना पड़ा। यही नहीं जब महिला की बात अधिकारियों ने भी नहीं सुनी तो वह एसडीओ की गाड़ी के पहिए के नीचे लेट कर जान देने के लिए भी तैयार हो गई। हालांकि मौके पर पुलिस ने महिलाओं को दूर हटा कर दिया लेकिन इस दौरान महिला और उसके साथ दोनों ही जख्मी हो गई। महिला का समर्थन कर रही भीड़ पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस घटना के बाद से ही एसडीओ गोपाल प्रसाद का मोबाइल फोन नेटवर्क से बाहर बता रहा है।
आमसभा में नहीं आते हैं वार्ड सदस्य और सरपंच
डेमा गांव की बहू प्रीति देवी का कहना है कि आंगनवाड़ी सेविका पद के लिए 2017 में ही उसका चयन हो गया था। इसके बाद 4 बार आम सभा हुई पर किसी भी आम सभा में वार्ड सदस्य व प्रपंच नहीं आए। जब आज सोमवार को आम सभा बुलाई गई और प्रखंड स्तर के बड़े अधिकारी पहुंचे तो उसकी जगह पर दूसरी महिला का चयन करते हुए उसे नियुक्ति पत्र दे दिया गया। इस बात का जब प्रीति देवी ने विरोध किया तो किसी भी अधिकारी ने उसका कोई जवाब नहीं दिया बल्कि उल्टा मौके पर मौजूद पुलिस बल की ओर से उसे धमकाकर भगाने की तमाम कोशिश की गई। जिसके बाद प्रीति देवी ने हार नहीं मानी और वह एसडीओ गोपाल प्रसाद की गाड़ी के पहिए के नीचे लेट गई। इस घटना को देखते ही पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और महिला को जबरन पहिए के नीचे से खींच कर बाहर करने लगे। बहु को बेरहमी से खींचे जाने की घटना को देख कर उसकी सास मदद के लिए पहुंची और वह भी बहू को बचाने के लिए मैदान में कमर कसकर कूद पड़ी
महिलाओं को पुलिस ने बीच सड़क पर पीटा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस के जवानों ने दोनों महिलाओं के साथ अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए पहिए के नीचे से हटा दिया। इस दौरान महिला पुलिस और महिलाओं के बीच एक दूसरे के जबरदस्त तरीके से बाल खींचे जाने की घटना भी हुई। महिला पुलिस ने प्रीति देवी की सास को सिर के बाल पकड़कर खींचा और पहिए के नीचे से हटाया। उसके नीचे से हटते ही बहू के साथ सास भी हमलावर हो गई लेकिन पुलिस बल के सामने उनकी एक नहीं चली। पुलिस बल ने महिलाओं को आक्रमक होता देख लाठी चार्ज कर दी। जिसके बाद वहां खड़ी भीड़ हट गई।