नीतीश और पासवान की पार्टी में ठनी रार, पासवान पुत्र बोले लोजपा अकेले लड़ लेगी चुनाव
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। चुनाव आयोग तैयारी में जुटा है। राजनीतिक दल भी लगातार कैंपेनिंग कर रहे हैं। नेताओं का एक दल से दूसरे दल में आना जाना लगा हुआ है। इन सबके बीच 27 जून को लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने पॉलिटिकल बम फोड़ दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि हर परिस्थिति के लिए तैयारी कर लें।
इसी सप्ताह महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद में बड़ी टूट हो गई थी। राजद के पांच विधान पार्षद एक साथ जदयू में चले गए थे। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उधर हम पार्टी के सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी लगातार स्टीयरिंग कमिटी के गठन की मांग को लेकर गठबंधन से अलग होने की बात कर रहे हैं। एक और घटक दल रालोसपा के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज चल रहे हैं।
माना जा रहा था कि केंद्र और राज्य में सत्ताधारी गठबंधन एनडीए में सबकुछ ठीकठाक है। पर पिछले कुछ दिनों से लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से विधानसभा चुनाव में उतरने की घोषणा को भी उन्होंने बुझे मन से ही स्वीकार किया था। वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लगातार वर्चुअल संपर्क कर रहे हैं।
27 जून को उन्होंने पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों,मंच-मोर्चो के अध्यक्षों के साथ मैराथन वर्चुअल मीटिंग की। इस मीटिंग से जो बात निकलकर सामने आ रही है,उसे एनडीए की सेहत के लिए कतई अच्छा नहीं कहा जा सकता। मीटिंग में चिराग ने साफ-साफ कह दिया है कि वे चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। पार्टी किसी भी परिस्थिति, सूरत, स्वरूप या बदलाव के साथ चुनाव मैदान में उतर सकती है, इसलिए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें।
इसके पहले की एक वर्चुअल मीटिंग में भी उन्होंने कार्यकर्ताओं को सभी सीटों पर तैयारी का निर्देश दिया था। पिछले कुछ समय से सरकार की लगातार आलोचना कर रहे लोजपा सुप्रीमो का आज का बयान पॉलिटिकल गलियारों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मीटिंग के बाद चिराग पासवान ने सीधे बिहार सरकार पर हमला बोल दिया। बिहार को स्पेशल स्टेटस की मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने सवाल किया कि आंतरिक संसाधनों को बढ़ावा देने के लिए अबतक बिहार सरकार ने क्या किया है। यहां पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावना हैं। इसे लेकर अबतक काम क्यों नहीं किया गया।
सत्ताधारी दल जदयू के नेता भी चिराग पासवान द्वारा पूर्व में दिए गए सरकार विरोधी बयानों का आक्रामक जबाब देते रहे हैं। इस बीच उन्होंने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सीधा हमला बोल दिया है। जाहिर है,जदयू भी जबाब देने सामने आएगा। ऐसे में दोनों दलों के बीच कड़वाहट बढ़ेगी और चुनाव के ठीक पहले यह एनडीए की सेहत के लिए ठीक नहीं होगा।