बिहार में आग से झुलसकर 12 बच्चों की मौत, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया दुख
जनज्वार, पटना। होली जहां लोगों के मन में उल्लास का त्योहार बनकर आती है, वहीं कुछ घरों के लिए मातम बनकर आयी। बिहार के अररिया, भागलपुर और गया जिले में आग से झुलसकर रविवार 28 मार्च से आज मंगलवार 30 मार्च के दिन तक कुल 12 बच्चों की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक बिहार के अररिया जनपद के पलासी स्थित कबैया गांव में आज 30 मार्च की दोपहर को एक घर में आग लग गयी, जिसमें जलकर 6 मासूम खाक हो गये। एक की भी जान नहीं बचायी जा सकी।
हादसे के शिकार बच्चों के परिजनों का कहना है कि सभी बच्चे खेलने की बात कह कर घर से बाहर निकले थे। पास में बने पुआल के घर में सभी मिलकर मकई का भुट्टा पकाने लगे और इसी दौरान चिंगारी से आग लग गई।
अररिया के अलावा भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड के दियारा परशुरामपुर में बरबारिया दूधिया धार में आग लगने से तीन बच्चों जिनमें 3 साल का आशीष, 4 साल की प्रिया और 1 साल की नैना शामिल है, की मौत हो गयी। इन बच्चों को बचाने में माता रीता और पिता लालमुनि भी झुलस गए। सोमवार 29 मार्च की देर रात जब यह घटना घटी तब पूरा परिवार एक साथ ही सोया हुआ था।
कहलगांव के भूमि सुधार उपसमाहर्ता संतोष कुमार ने मंगलवार 30 मार्च को बताया कि सोमवार 29 मार्च की रात अठनियां गांव निवासी लालमुनी मंडल अपने पूरे परिवार के साथ अपने घर में सोए हुए थे, तभी अचानक घर में आग लग गई।
बिहार में ही बच्चों के साथ आगजनी की तीसरी घटना होलिका दहन के दौरान बोधगया के डुंगेश्वरी पड़ाही पर हुयी, जहां आग की चपेट में आने से महादलित परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गयी।
जानकारी के मुताबिक होलिका दहन के बाद कुछ बच्चों ने पहाड़ी पर जाकर झाड़ियों में लुआठी फेंक दी, जिससे वहां आग लग गयी। इसमें झुलसकर तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
आगजनी की इन घटनाओं में 12 बच्चों की मौत हो गयी है, जबकि कई अन्य की हालत गंभीर बनी हुयी है। नीतीश कुमार ने अररिया के कबैया गांव में आग से छह बच्चों की झुलसकर मौत पर गहरा दुख जताया है। मृत बच्चों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृत बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराने की घोषणा की है।