बिहार में आचार संहिता लगते ही हुए 7 मर्डर, अपराधियों ने नेता, पुलिस, पत्रकार किसी को नहीं बख्शा
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जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव होने ही वाले हैं लेकिन सूबे के अंदर अपराधियों ने सुशासन बाबू की पुलिस की नाक में दम कर रखा है। बिहार में चुनाव से ठीक पहले अपराधी एक बार फिर से बेलगाम होते दिखा रहे हैं।
चुनाव की तारीखों के एलान होने के बाद राज्य में आचार संहिता लागू हो जाने के बाद अपराधियों ने 7 लोगों का मर्डर कर दिया है। आरा, समस्तीपुर, गोपालगंज, सीवान, नवादा और सुपौल जिले में जेडीयू नेता, रिटायर्ड दारोगा, एक महिला, ठेकेदार, पत्रकार और पुलिसवाले के बेटे को अपराधियों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया।
25 सितंबर को निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव की तारीखों के एलान के बाद आरा में 2, सीवान में 2, समस्तीपुर में एक, नवादा में एक और सुपौल में एक महिला की हत्या हो गई। आरा में जेडीयू नेता और गोपालगंज में पत्रकार को भी गोली मारी गई है, जिनका इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। राज्य में आचार संहिता लागू होने के बाद भी हत्या की आधा दर्जन से अधिक घटनाएं हो जाने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। सबसे ज्यादा भोजपुर और सीवान पुलिस की कार्यशैली पर उंगलियां उठ रही हैं। क्योंकि इन दोनों जिलों में कुछ ही घंटे में दो-दो हत्याएं कर दी गईं।
समस्तीपुर शहर के सबसे रिहायशी इलाके नगर थाना क्षेत्र के काशीपुर गर्ल्स हाई स्कूल के नजदीक अपराधियों ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया। अपराधियों ने घर के दरवाजे पर बैठे समस्तीपुर मंडल कारा में तैनात बिहार पुलिस की महिला कांस्टेबल के पुत्र को अंधाधुंध फायरिंग करते हुए कई राउण्ड गोलियां मार दी, जिससे युवक की मौत मौके पर ही हो गई।
युवक की पहचान समस्तीपुर मंडल कारा में पदस्थापित बिहार पुलिस की महिला कांस्टेबल सुबोध चौधरी के पुत्र रिंकू चौधरी के रूप में की गई है। मृतक रिंकू चौधरी ठेकेदारी का भी काम करते थे. मौके से पुलिस ने करीब 8 से 10 खोखा भी बरामद किया है। पुलिस अब भी पड़ताल में लगी है।
सीवान जिले में अपराधियों ने बाइक से घर लौट रहे बलऊ पंचायत के मुखिया सुनील कुमार सिंह उर्फ दरारी सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी। कहा जा रहा कि मुखिया के चुनाव से संबंधित पुरानी अदावत में सुनील सिंह को गोली मार दी गई। नेरुआ गांव के रहने वाले बलऊ पंचायत के मुखिया सुनील कुमार सिंह सीवान से महाराजगंज अपनी बुलेट बाइक से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान करसौत पुल के पास एक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिससे मुखिया की मौत हो गई।
सीवान जिले में ही नौतन थाना इलाके के अगौता गांव के रहने वाले रिटायर्ड एसआई गोरख प्रसाद की लूटपाट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि नौतन थाना क्षेत्र के अगौता गांव के रहने वाले अपने एक रिश्तेदार से मुलाकात कर अपनी गाड़ी बोलेरो से वापस लौट रहे थे। भठही गांव के पास अपराधियों ने स्कॉर्पियो से बोलेरो को ओवरटेक कर रोक लिया। फिर बेखौफ अपराधियों ने पहले उनसे लूटपाट की कोशिश की और विरोध करने पर गोरख प्रसाद को गोली मार दी।
रविवार 27 सितंबर को भोजपुर जिले के नवादा थाना इलाके जगदेवनगर मुहल्ला में जदयू नेता प्रिस सिंह बजरंगी एवं उनके साथी प्रॉपर्टी डीलर मिथुन सिंह को अपराधियों ने गोली मार दी। इस घटना में प्रॉपर्टी डीलर मिथुन सिंह की मौत हो गई। जबकि युवा जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव व सासाराम विधानसभा प्रभारी प्रिंस सिंह बजरंगी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका इलाज पटना के एक निजी हॉस्पिटल में कराया जा रहा है। मृतक प्रॉपर्टी डीलर मिथुन सिंह के पिता रिटायर्ड दारोगा सीताराम सिंह के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में चार को नामजद एवं एक अज्ञात को आरोपी बनाया गया है।
इस घटना के अगले ही दिन सोमवार 27 सितंबर को भोजपुर जिले के ही कोईलवर थाना इलाके की है, जहां दुरजनचक गांव में की दोपहर भूमि विवाद को लेकर दो गुटों में हुई गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस विवाद में दो लोगों को गोली लगने की बात सामने आ रही है, जबकि जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी बताये जा रहे हैं। भोजपुर पुलिस इस घटना की छानबीन में जुटी हुई है।
बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के औरलाहा पंचायत के कर्णपट्टी वार्ड नंबर 14 में एक महिला की डायन बताकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के समय महिला सो रही थी और इसे गांव के ही कुछ लोगों ने अंजाम दिया। कर्णपट्टी निवासी जागेश्वर मेहता की पत्नी 46 वर्षीय रेणु देवी रात में आंगन में सोई हुई थी। इस दौरान महिला की हत्या कर दी गई। पुलिस ने मृतका के पति की रिपोर्ट पर पड़ोस के चार लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
नवादा के राजौली थाना स्थित बरवा गांव में शराब माफियाओं ने एक शख्स की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को पेड़ पर लटकाकर आरोपी फरार हो गए। बताया जा रहा कि गांव के ही सत्येंद्र रविदास रविवार 27 सितंबर को सुबह में जंगल से लकड़ी लाने गया था। शराब माफियाओं ने सतेंद्र रविदास को इस कदर पीट दिया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।