भूमि विवाद में वृद्ध की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों ने आरोपित के दरवाजे पर जलाया शव
वृद्ध की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों ने आरोपितों के दरवाजे पर शव को जला दिया
जनज्वार ब्यूरो, बिहार। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में प्रेमी की हत्या के बाद शव को प्रेमिका के दरवाजे पर जलाए जाने की घटना के 10 दिनों के भीतर फिर हत्या के आरोपित के दरवाजे पर शव जलाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। ताजा घटना बेतिया की है। यहां भूमि विवाद को लेकर हुई एक हत्या के बाद परिजनों और ग्रामीणों द्वारा मृतक का शव आरोपित के दरवाजे पर लेकर जला दिया गया।
घटना के बारे में बताया जाता है कि बेतिया के गोपालपुर थाना क्षेत्र के घोघा पंचायत के महछि गांव में बीते 19 जुलाई को जमीनी विवाद में चंचल महतो और विकास शर्मा के परिवार के बीच विवाद और मारपीट हो गई थी। घटना के बाद दोनों पक्षों के घायलों का इलाज स्थानीय गवर्नमेंट मेडिकल कालेज में किया गया। इसके बाद 21 जुलाई को दोनों पक्षो के द्वारा एक दूसरे के विरुद्ध स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
गोपालपुर थानाध्यक्ष राजरूप राय ने मीडिया को बताया कि सोमवार की देर रात मामले की जानकारी मिली है। चंचल महतो के पुत्र उमेश महतो की शिकायत पर हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। दर्ज एफआईआर में परिजनों द्वारा विकास शर्मा, मुकेश शर्मा, मदन शर्मा, ललन शर्मा, मनीषा देवी, रामकली देवी व कारी कुशवाहा को नामजद किया गया है।
बताया जाता है कि उसी एफआईआर के सिलसिले में बीते 31 जुलाई को एक पक्ष के चंचल महतो अपना बयान दर्ज कराने के लिए स्थानीय थाना जा रहे थे। चंचल महतो के परिजनों का आरोप है कि विकास शर्मा के परिवार वालों द्वारा उन्हें ऐसा करने से मना किया गया और धमकाया गया लेकिन चंचल महतो नहीं माने।
आरोप है कि इसके बाद आरोपितों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई। मारपीट में घायल चंचल महतो को बेतिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
इलाज के दौरान कल सोमवार की सुबह उनकी मौत हो गयी। इसके बाद पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम करा कर उसे परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद रात में परिजन शव को लेकर गांव चले गए। गांव पहुंचने के बाद आरोपियों के दरवाजे पर शव को रख अंतिम संस्कार कर दिया।