बिहार के जंगलराज के गवाह बने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, जनता ने घेरा तो फेसबुक पर लिखा पोस्ट
फोटो: डॉ संजय जायसवाल के फेसबुक पेज से साभार
जनज्वार ब्यूरो, पटना। 15 वर्ष पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथाकथित 'जंगलराज' हटाने और 'सुशासन की सरकार' स्थापित करने के नारे के साथ बिहार में सत्ता में आए थे। बीजेपी उस वक्त भी सत्ता में उनकी सहभागी थी और साल 2015 से 17 के बीच के कुछ समय को छोड़ दें तो आज भी सहभागी है। इस बार तो बिहार की नवगठित सरकार में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है और उसके दो उपमुख्यमंत्री सरकार में हैं। ऐसे में बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ही अगर यह रोना रोएं कि थानों में बहुत अव्यवस्था है, लगातार अपराध की घटनाएं हो रहीं हैं और पुलिस प्रशासन उसको रोकने में अक्षम है तो बहुप्रचारित 'सुशासन' पर सवाल उठेंगे ही।
बिहार में लगातार आपराधिक वारदातों को लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। राज्य में पुलिस की कार्यशैली पर तो पहले से सवाल उठते रहे हैं। लेकिन अगर सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष, जो खुद सांसद भी हैं और सवाल जिस इलाके का है वहां से नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री भी आती हैं तो हालात कैसे हैं, यह बखूबी समझा जा सकता है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल आज शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र बेतिया से सड़क के रास्ते पटना आ रहे थे। रास्ते में एक जगह ग्रामीणों ने सड़क जाम कर रखा था। उस गांव में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थीं। अध्यक्ष महोदय ने संबंधित थाने को फोन किया। उसके बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर जो पोस्ट लिखा, उससे न सिर्फ बिहार की कानून व्यवस्था और सुशासन का सच, बल्कि एक तरह से सरकार में बीजेपी की क्या स्थिति है, यह तल्ख हकीकत भी सामने आ गई।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ जायसवाल ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा 'सुबह बेतिया से पटना की ओर चला हूं। रास्ते में सेमरा में जनता ने सड़क जाम किया था ।उनसे मिलने पर पता चला कि सेमरा में आए दिन चोरी हो रही है और आज जब गांव वालों ने चोर को पकड़ने का प्रयास किया तो वह मोटरसाइकिल छोड़कर भागने में सफल हुआ।'
संजय जायसवाल लिखते हैं 'तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन किया गया तो उल्टे में वह गांव वालों को धमकाने लगा कि हम आएंगे तो तुम ही लोगों को गिरफ्तार करेंगे। पूर्वी चंपारण के थानों में बहुत अव्यवस्था हो गई है। रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं और मोतिहारी पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ने में अक्षम सिद्ध हो रहा है। रक्सौल हत्याकांड के बारे में भी मैंने बात किया था नतीजा अभी तक नहीं निकला। मैं आज स्वयं डीजीपी से मिलकर पूर्वी चंपारण जिले के कानून व्यवस्था के बारे में बात करूंगा।'
उल्लेखनीय है कि वे खुद पूर्वी चंपारण जिला अर्थात मोतिहारी से सांसद हैं और राज्य की नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री रेणु देवी पश्चिम चंपारण अर्थात बेतिया से विधायक हैं। जब इन वीआईपी क्षेत्रों में यह स्थिति है तो राज्य के अन्य क्षेत्रों के हालात क्या होंगे, सहज ही कल्पना की जा सकती है।