नीतीश कुमार की जगह आरसीपी सिंह बने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष
जनज्वार ब्यूरो, पटना। तो आखिरकार बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी का फैसला हो गया। सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह को जेडीयू का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया है। रविवार को पटना स्थित पार्टी कार्यालय के कर्पूरी ठाकुर सभागार में चल रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है।
'जनज्वार' ने अपनी रिपोर्ट में पहले ही यह संभावना जताते हुए कहा था कि जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या पार्टी में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी का भी फैसला हो जाएगा।
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू विधायकों के पाला बदल कर बीजेपी में शामिल होने और बिहार चुनावों में तीसरे नम्बर पर चले जाने जैसी घटनाओं के बीच राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार से पटना में शुरू हुई थी।
बिहार विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार हो रही इस बड़ी बैठक पर लोगों की नजरें टिकी हुईं थीं। 26 और 27 दिसंबर को जेडीयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हो रही इस बैठक को राजनीतिक और जेडीयू के भविष्य की रणनीति को केकर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था और ऐसा ही हुआ भी।
हालांकि शनिवार को शुरू हुई इस बैठक के पहले दिन वैसा कुछ भी नहीं हुआ, जिसके कयास लगाए जा रहे थे। न तो अरुणाचल प्रदेश में पार्टी विधायकों के पाला बदलने को लेकर कोई बयान सामने आया, न ही बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन को लेकर कोई बात सामने आई।
पिछले दिनों जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में पार्टी के दूसरे नम्बर के चेहरे के संकेत दिए थे। दो दिन तक चलने वाली बैठक में तीन महत्वपूर्ण बैठकें निर्धारित हैं।
जेडीयू की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय सचिव, कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे। जदयू की राष्ट्रीय कार्यसमिति में 225 सदस्य हैं। बैठक में देश के दूसरे राज्यों के भी जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनावों के बीच मुख्य विपक्षी दल राजद के तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार थका हुआ बता रहे थे। और तो और एनडीए के घटक दल, पर बिहार में अकेले चुनाव लड़ रहे लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान भी उनके सुर में सुर मिलाकर यही बात कह रहे थे।
चुनाव प्रचारों के अंतिम समय की एक चुनावी सभा में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि 'यह मेरा अंतिम चुनाव है।' हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी कि उनके कहने का आशय राजनीतिक सन्यास का नहीं था। उस वक्त से ही जेडीयू में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी की बात चर्चाओं में बनी हुई है।