बिहार : तेजस्वी, तेज प्रताप और पप्पू यादव समेत सैंकड़ों कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुआ मुकदमा, ये है मामला
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में होने वाले चुनाव की तारीखें तय हो चुकी हैं तो राजनीती आरोप प्रत्यारोप और एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा भी खोला जाने लगा है। देश में किसानो के कृषि बिल के विरोध में कोरोना मानकों की धज्जियां उड़ाने के आरोप में विरोधी दल नेता तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, जाप नेता पप्पू यादव समेत 100 से अधिक अज्ञात लोगों पर कोतवाली थाने में केस दर्ज करवाया गया है। इन सभी पर आरोप है कि बगैर अनुमति इन नेताओं ने प्रदर्शन किया और सड़क पर उतरे। इस दौरान भीड़ भी इकट्ठा हुई। रोक के बावजूद राजधानी पटना के बेली रोड जैसे प्रतिबंधित इलाके में प्रदर्शन किया गया।
आरोप है कि इन नेताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग, इंडियन डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, सरकारी काम में बाधा सहित आईपीसी की कई धाराओं की अवहेलना की है जिसके तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि शुक्रवार को कृषि बिल का विरोध करते हुए तेजस्वी यादव समेत सैकड़ों नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि इस मामले में किसी भी पार्टी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की बात से पुलिस ने इनकार किया है।
बता दें कि शुक्रवार 25 सितंबर को कृषि बिल का विरोध करते हुये भाजपा दफ्तर पहुंचे जाप और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच पटना के वीरचंद पटेल पथ पर झड़प हो गई थी। इस दौरान आरोप लगा कि जाप कार्यकर्ता भाजपा दफ्तर घुस रहे थे। इसके बाद गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जाप के प्रदर्शनकारियों को खदेड़-खदेड़कर पीटा था। भाजपाइयों को देखकर जाप के कई कार्यकर्ता भाग खड़े हुए। तो कुछ रहम की भीख मांग रहे थे।
बीजेपी का आरोप है कि गैरकरानूनी तरीके से जाप के प्रदर्शनकारी उनकी पार्टी ऑफिस के गेट पर चढ़ गये और अपशब्द बोलने लगे। अमर्यादित भाषा को सुन भाजपा कार्यकर्ता आपा खो बैठे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने आरोप लगाया है कि किसानों का शोषण कर अपनी राजनीति चमकाने वाले दल और उनके समर्थकों ने बिहार भाजपा मुख्यालय पर हमला कर कायरता का परिचय दिया है।
वहीं एक प्राइवेट चैनल को दिए इंटरव्यू में जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लोगों ने हमारे निहत्थे कार्यकर्ताओं विधायकों को पीटा है। ये लोग लोकतंत्र का दमन करना चाहते हैं। इन लोगों ने पहले से ही गुंडे इकट्ठा कर रखे थे। जनता सब देख रही है जिसका जवाब भाजपा को इसी चुनाव में मिल जाएगा।