बिहार चुनाव 2020 : तिहाड़ से व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये कराई गई थी प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह की हत्या
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जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार चुनाव के बीच जनता दल राष्ट्रवादी के प्रत्याशी और सह पूर्व राजद नेता श्रीनारायण सिंह की हत्या में तिहाड़ जेल का कनेक्शन सामने आया है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक तिहाड़ में बंद एक गैंगस्टर ने अपने गुर्गों को व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये शिवहर विधानसभा के प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह को मार देने का हुक्म दिया था।
गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को शिवहर विधानसभा के प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह की बेहद नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को तीन शूटरों गौरी शंकर महाराज उर्फ किशन झा, नीरज पाठक और बाबू साहब झा ने अंजाम दिया था। मौके पर मौजूद भीड़ ने तीन में से दो हत्यारोपियों को पकड़ लिया था जिनकी जमकर पिटाई की गई थी। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
अब इस श्रीनारायण सिंह हत्याकांड में खुलासा हो रहा है कि उनकी हत्या का आदेश दिल्ली की तिहाड़ जेल में बन्द गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया ने व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये अपने शूटरों को दिया था। तिहाड़ में बन्द गैंगस्टर विकास उर्फ कालिया ने अपने शूटर गौरी शंकर महाराज उर्फ किशन झा को यह आदेश दिया था। बताया यह भी जा रहा है कि श्रीनारायण सिंह की हत्या की कोशिश काफी समय से चल रही थी।
शिवहर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार श्रीनारायण सिंह की हत्या किए जाने के पीछे का कारण गैंगस्टर संतोष झा की हत्या है। संतोष झा एक समय बिहार का बड़ा गैंगस्टर था। जेल से कोर्ट में पेशी के दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। संतोष की हत्या के बाद उसके गैंग की कमान विकास झा उर्फ कालिया के हाथों में आ गई थी, जो इस समय तिहाड़ जेल में बंद है।
कहा जा रहा है कि गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया संतोष झा की हत्या का कारण श्रीनारायण सिंह को मानता था। श्रीनारायण सिंह का इतिहास भी कोई साफ सुथरा नहीं रहा, उनपर भी कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। संतोष की हत्या के बाद विकास झा ने तिहाड़ जेल से अपने शूटरों को श्रीनारायण सिंह की हत्या करने का आदेश दिया था। जिसके बाद शिवहर उम्मीदवार की हत्या कर दी गई।
बताया यह भी जा रहा है कि श्रीनारायण सिंह की हत्या पहले तेजस्वी यादव के बंगले के बाहर करने का प्लान था। शिवहर विधानसभा के उम्मीदवार श्रीनारायण सिंह राजद के टिकट पर प्रत्याशी थे। प्लान के मुताबिक जब वह टिकट लेने के लिए तेजस्वी यादव के आवास पर जाते उसी दौरान बाहर निकलते समय उनकी हत्या की प्लानिंग थी, जो पुलिस की चौकसी से कामयाब न हो सकी थी।
यह सभी खुलासे पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में किये हैं। एसपी शिवहर ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि तीनों आरोपियों का बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। श्रीनारायण सिंह का भी बैकग्राउंड क्रिमिनल छवि का रहा है। इन शूटरों ने कबूल किया है कि इन्हें तिहाड़ जेल में बन्द विकास झा उर्फ कालिया ने व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये हत्या का निर्देश दिया था।