मजदूरों के समर्थन में वामपंथियों ने निकाला प्रतिरोध मार्च, कहा मोदी सरकार रच रही मजदूरों-बेरोजगारों को भूखों मारने की साजिश
जनज्वार, सारण। देश के किसान मजदूरों एवं ट्रेड यूनियनों ने कृषि एवं श्रम कानूनों में केन्द्र सरकार द्वारा किये जा रहे बदलाव के खिलाफ 26 नवंबर 2020 को देशभर में आम हड़ताल की। बिहार में भी कई जगहों पर मजदूरों—किसानों ने आम हड़ताल में शिरकत की। वामपंथी दल सीपीआईएम एवं सीपीआई की सारण जिला कमेटी ने भी इसे समर्थन दिया।
इस हड़ताल का समर्थन करते हुए सीपीआईएम एवं सीपीआई की सारण जिला कमिटी ने सड़कों पर उतर कर केन्द्र सरकार की श्रम विरोधी नितिओ का विरोध किया। विरोध प्रदर्शन नगर निगम मैदान से निकल कर सरकार की गलत नीतियों को वापस लेने की मांग करते हुए पकंज सिनेमा स्टेट बैंक से शहर के विभिन्न चौक चौराहों से गुजरते हुए नगर निगम चौराहे पर सभा में तब्दील हो गई।
सभा के अध्यक्षता कामरेड अरुण कुमार ने की। सभा को संबोधित करते हुए सीपीआईएम जिला सचिव शिव संकर प्रसाद ने केन्द्र सरकार के रवैया पर नाराजगी जाहिर करते हुए मजदूरों को बेरोजगार बनाने और भूखों मार डालने की साजिश बताया। वहीं सीपीआई के जिला मंत्री रामबाबू सिंह, चुलहन प्रसाद सिंह, दलन यादव, राजेंद्र राय, बिनोद कुमार शैलेन्द्र यादव,गीता सागर राम, सद्दाब मझारी, सत नारायण यादव, नसीम अहमद, मोबसिर हुसैन ने भी संबोधित किया।