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बिहार

प्रेमी जोड़े ने घर से भागकर रचाई शादी, लड़के के परिजनों ने बहला-फुसलाकर घर बुलाया फिर दुल्हन को ही भिजवा दिया जेल

Janjwar Desk
7 Dec 2020 2:47 PM GMT
प्रेमी जोड़े ने घर से भागकर रचाई शादी, लड़के के परिजनों ने बहला-फुसलाकर घर बुलाया फिर दुल्हन को ही भिजवा दिया जेल
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वैशाली ज़िले के गोरौल थाना क्षेत्र में प्रेमी जोड़े ने घर से भाग कर पहले तो मंदिर में शादी रचाई, फ़िर गाज़ियाबाद के कोर्ट में भी शादी की.....

जनज्वार। समाज में हर रोज ऐसी न जाने कितनी घटनायें सामने आती हैं, जब प्रेम विवाह के बाद लड़की वाले सामाजिक दबाव, प्रतिष्ठा के नाम पर बेवजह लड़के के परिवार पर उल्टे-सीधे मुकदमे दर्ज करवा उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा देते हैं या फिर लड़का—लड़की ऑनर किलिंग की भेंट चढ़ जाते हैं या फिर उनके साथ कोई और अनहोनी हो जाती है।

मगर यह बहुत कम सुनने में आता है कि किसी लड़की यानी दुल्हन को ही उसके ससुराली छल-प्रपंच से पुलिसिया मिलीभगत से महीनों तक जेल में सड़ा दें और वह बड़ी मुश्किल से बाहर निकल पाये। मगर ऐसा एक मामला सामने आया है बिहार में, जहां पहले लड़के के परिजन लड़की को बहला-फुसलाकर घर लाये और उसके बाद धोखे से जेल में डाल दिया।

बिहार के सारण ज़िले के दरियापुर व वैशाली ज़िले के गोरौल थाना क्षेत्र में प्रेमी जोड़े ने घर से भाग कर पहले तो मंदिर में शादी रचाई, फ़िर गाज़ियाबाद के कोर्ट में भी शादी की। जिंदगीभर साथ निभाने की कसमें खाकर शादी के बाद यह प्रेमी जोड़ा प्रेमिका के घर दरियापुर थाना क्षेत्र के कोइला गांव में रहने लगा।


लड़का वैशाली ज़िले के गोरौल थाना क्षेत्र के इस्माईलपुर गांव का रहने वाला था। स्वजातीय होने के बावजूद उसके परिजनों को आर्थिक हैसियत बराबर न होने के कारण यह रिश्ता मंजूर नहीं था। इसलिए वैशाली जनपद के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाग दुल्हन मुहल्ला निवासी संजय प्रसाद सिंह के पुत्र ऋषिकेश कुमार सिंह के परिजनों ने हाजीपुर के नगर थाने में अपनी पुत्रवधु नेहा कुमारी को नामजद अभियुक्त बनाते हुए पोते का अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। प्रेमी जोड़े को दरियापुर पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर हाजीपुर के नगर थाना ले जाया गया, जहां लड़के को तो छोड़ दिया गया, मगर लड़की को तीन दिनों तक थाने में रखने के बाद जेल भेज दिया गया। नगर थाने की पुलिस ने अपनी मुख्य भूमिका निभाई थी।

दुल्हन जोकि धोखे से सलाखों के पीछे पहुंचा दी गयी वह शिवलाल सिंह की पुत्री नेहा है। जेल की यंत्रणा झेलने के बाद बाहर आयी नेहा कहती है, उसकी ऋषिकेश से जान पहचान हुई, जो बाद में धीरे-धीरे प्रेम में तब्दील हो गयी। उनके बीच मोबाइल से बातचीत का सिलसिला जो शुरू हुआ, बढ़ता ही चला गया। दोनों ने घर से भागकर यूपी के गाज़ियाबाद कोर्ट में 22 अक्टूबर 2019 को कानूनी तौर से शादी कर ली।


15 दिन के बाद जब दोनों घर आये तो 4 नवंबर की रात्रि में वैशाली पुलिस दरियापुर थाना पुलिस के सहयोग से शादीशुदा प्रेमी जोड़े को गिरफ्तार कर दरियापुर थाना लाया गया और वहां से हाजीपुर ले जाया गया। पुलिस के मुताबिक लड़के के दादाजी ने अपने पोते के अपहरण का मामला नगर थाना में दर्ज कराया है, जिस कारण गिरफ्तारी हुई है। जब लड़की ने शादीशुदा होने के सबूत दिखाये तो हाजीपुर पुलिस ने उसकी एक न सुनी, क्योंकि वो पूरी तरह लड़केवालों के पक्ष में थी, वह नेहा को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के बदले बिक चुकी थी।

ऋषिकेश के परिजनों ने उसके अपहरण का मामला हाजीपुर के नगर थाने में 927/2019 के तहत दर्ज कराया है, जो अब वैशाली के न्यायालय में लंबित हैं। वहीं युवती नेहा के परिजन बड़ी मुश्किल से 12 जून 2020 को जमानत पर अपनी बेटी को रिहाई कराकर घर लेते आये है।

नेहा कहती है, ऋषिकेश के साथ मैंने कोर्ट में शादी की है, जिसके साथ संलग्न आधार कार्ड में जो उम्र लिखी है उसके अनुसार वह बालिग़ है। मगर उसके परिजनों ने कम उम्र दिखाते हुए अपहरण का मामला दर्ज कराकर मुझे जेल भेज दिया।


यहां एक बात यह भी गौर करने वाली है कि गिरफ्तारी के बाद 3 दिनों तक नेहा को थाने में रखा गया, जबकि नियमानुसार गिरफ्तारी के 24 घण्टे के अंदर जेल भेजना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया क्योंकि लड़के वाले के प्रभाव में हाजीपुर पुलिस एकतरफ़ा कार्यवाही कर रही थी।

अब नेहा ने जेल से छूटने के बाद अपने पति, ससुर, सास समेत सभी ससुराल वालों पर दरियापुर थाने में 25 जुलाई 2020 को 247/2020 के तहत मामला दर्ज कराया है, लेकिन पुलिस ने केवल दहेज प्रथा के तहत आईपीसी की धारा 498 के तहत मामला दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है। ऐसे में नेहा को कब न्याय मिलेगा, मिलेगा भी या नहीं यह कहना बहुत मुश्किल है।

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