गुलनाज कांड को लेकर माले विधायकों का प्रदर्शन, बोले-वैशाली को हाथरस नहीं बनने देंगे
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जनज्वार ब्यूरो, पटना। वैशाली जिले के गुलनाज कांड को लेकर आज बिहार विधानसभा के बाहर सीपीआई माले के विधायकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। 17वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र शुरू होते ही गुलनाज कांड को लेकर विपक्षी दलों के सदस्य सरकार पर हमलावर हो गए हैं। आज एक तरफ सदन के अंदर नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण चल रहा था, दूसरी तरफ सदन के बाहर जोरदार नारेबाजी चल रही थी।
प्रदर्शन कर रहे सीपीआई माले के विधायकों का कहना था कि गुलनाज कांड यूपी के हाथरस कांड की तरह का है। वहां भी योगी सरकार ने मामला सीबीआई को सौंप दिया और दो महीने बीत जाने के बावजूद अबतक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है, जबकि मामला बिल्कुल साफ था।
माले विधायकों ने उत्तरप्रदेश की योगी सरकार पर हाथरस मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वैशाली के गुलनाज कांड को भी दबाने की कोशिश की जा रही है।
विधानसभा कक्ष के बाहर प्रदर्शन कर रहे सीपीआई माले के इन विधायकों का कहना था कि वैशाली में गुलनाज को जिंदा जलाकर मार दिया गया। 17 दिन तक एक भी नामजद आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया, जबकि मामला एकदम साफ था और गुलनाज के परिजनों ने आरोपितों के नाम के साथ घटना की एफआईआर दर्ज कराई थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि घटना को दबाने की कोशिश की जा रही है और माले ऐसा होने नहीं देगी। इस मामले को लेकर माले सदन से सड़क तक जोरदार तरीके से संघर्ष करेगी और गुलनाज के परिजनों को न्याय दिलाया जाएगा।
माले विधायकों ने कहा कि कल सोमवार को ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी के नेतृत्व में एक टीम वैशाली जिले के चांदपुरा ओपी क्षेत्र अंतर्गत रसलपुर हबीब गांव स्थित गुलनाज के घर गई थी। इस टीम को यह भी पता चला है कि उस गांव में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले भी पहले सामने आ चुके हैं, लिहाजा गुलनाज हत्याकांड की इस ऐंगल से भी जांच की जाय। माले विधायकों ने मामले के स्पीडी ट्रायल की मांग करते हुए कहा कि सरकार दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए।