कोरोना मामले में भारत का वुहान बनने जा रहा पटना, जांच संख्या बढ़ने पर खुल गई आंकड़ों की पोल
पटना। बिहार में अब कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। राजधानी पटना भारत का अगला शहर बनता हुआ नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि कोरोना की जांच बढ़ाए जाने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है। राज्य में शुक्रवार को जहां 71,520 नमूनों की जांच हुई थी, वहीं 3,646 नए मरीज सामने आए थे। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि 15 जुलाई को राज्य में 10,052 नमूनों की जांच की गई थी, जबकि 1,320 मरीज सामने आए थे।
देखा जाए तो राज्य सरकार शुरू से ही जांच की संख्या बढ़ाने में जुटी हुई थी। इस महीने की शुरुआत से राज्य में जांच की संख्या में वृद्धि हुई, जिससे कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में 2 अगस्त को जहां 35,619 नमूनों की जांच की गई थी, जिनमें 2,762 नए मरीजों का पता चला था। इसके बाद 4 अगस्त को राज्य में 38,215 नमूनों की जांच की गई और 2,464 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई।
इसी तरह 5 अगस्त को राज्य में पहली बार 50 हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की गई। इस दिन 51,924 नमूनों की जांच हुई, जिसमें 2701 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।
इसी तरह, छह अगस्त को जांच की संख्या में और वृद्धि हुई है और 60,254 नमूनों की जांच की गई, जिसमें 3,416 नए मरीज सामने आए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू से ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जांच की गति तेज करने का निर्देश देते रहे हैं, जिसका परिणाम अब सफलता में परिणत हुई है।
बिहार में शुक्रवार तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 71,794 हो गई थी। अब तक 46,265 संक्रमित ठीक हो चुके हैं, जबकि 400 संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 12,160 मामले अकेले राजधानी पटना से सामने आए हैं। जबकि भागलपुर में 3,262, मुजफ्फरपुर में 3,116, नालंदा ने 2,879 और रोहतास में 2,724 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं।