बिहार में दलितों के लिए खुले कम्युनिटी किचन को अचानक बंद किया, बौखलाई जनता उतरी सड़क पर
प्रदर्शन करते ग्रामीण
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में बाढ़ और कोरोना के कारण दोहरा मार झेल रहे लोग भारी संकट में हैं। खासकर गरीब लोगों पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसे लोगों के पास घर के नाम पर कच्चे मकान और झोपड़ियां थीं, जिन्हें बाढ़ का पानी ध्वस्त कर चुका है। ये लोग दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, पर लंबे कोरोना लॉकडाउन औऱ अब बाढ़ के कारण इनकी कमर टूट चुकी है और अब भोजन पर भी आफत है।
सारण जिला का अमनौर प्रखंड भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। कई गांव पानी में डूबे हुए हैं और सैकड़ों कच्चे घर और झोपड़ियां बर्बाद हो चुकीं हैं। इस बीच 13 अगस्त को बाढ़ को लेकर सरकारी स्तर पर प्रखंड के अमनौर हरनारायण पंचायत अंतर्गत एचआर कॉलेज परिसर में चल रहे सामुदायिक किचेन सेंटर को अचानक बंद कर दिया गया।
इसे बंद किए जाने से नाराज बाढ़ पीडितों ने कॉलेज परिसर के बाहर एसएच 73 अमनौर-सोनहो मुख्य सड़क पर चौकी व बांस रखकर जाम कर दिया। इन लोगों ने स्थानीय प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रहीं मालती देवी कहतीं हैं, 'बाढ़ के पानी से हम सभी का घर पूूरी तरह डूब गया है। अभी तक घरों में बाढ़ का पानी जमा है। सरकारी स्तर पर बने कैंप एचआर कॉलेज परिसर में किसी तरह गुजर-बसर कर रहे हैं। समुदायिक किचेन सेंटर बाढ़ के समय से चल रहे थे, लेकिन अचानक 13 अगस्त गुरुवार को कॉलेज परिसर खाली करने को कहा गया, साथ ही किचेन भी बंद कर दिया गया।
बाढ़ प्रभावित ललिता देवी ने कहा, 'सेंटर प्रभारी द्वारा बताया गया कि सीओ के आदेश के बाद सेंटर बंद कर दिया गया है। सेंटर बंद होने से हमलोगों के सामने भुखमरी हो जाएगी। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर हम लोग कहा जाएं।'
प्रदर्शन कर रहीं व्यास देवी, तसीना देवी, शांति देवी, पूजा देवी, फुलपति देवी, राधिका देवी आदि अन्य दर्जनों महिला-पुरुषों का भी कुछ ऐसा ही कहना था।
गौरतलब है कि अमनौर हरनारायण पंचायत के मंगल बाजार स्थित महादलित बस्ती मेंं बाढ़ आने से दर्जनों परिवार बेघर हो गए हैं, जो स्थानीय एचआर कॉलेज परिसर में चल रहे सामुदायिक किचेन सेंटर में डेरा डाले हुए हैं। इधर जाम व हंगामे की सूचना मिलते ही सीओ सुशील कुमार ने मौके पर पहुंच नाराज ग्रामीणों को फिर से किचेन चालू कराने का आश्वासन दिया है।