Bihar News : Floor Test से पहले बिहार को खंगाल रही है CBI, कहीं सिसोदिया की तर्ज पर Tejashwi Yadav को फंसाने की तैयारी तो नहीं!
Floot Test से पहले बिहार को खंगाल रही है CBI, कहीं सिसोदिया की तर्ज पर Tejashwi Yadav को फंसाने की तैयारी तो नहीं!
CBI-ED Raid in Bihar : बिहार में पहले सियासी फेरबदल और अब फ्लोर टेस्ट ( Floor Test ) से पहले सीबीआई-ईडी की छापेमारी ( CBI-ED raids ) की वजह से एक बार वहां सियासी तापमान चरम पर है। बुधवार सुबह से आरजेडी प्रमुख लालू यादव ( Lalu Yadav ) और पूर्व सीएम राबड़ी देवी ( Rabri Devi ) के करीबी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सीबीआई की आज की छापेमारी के दौरान एक बार फिर तेजी से तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) का नाम भ्रष्टाचार ( Corruption Case ) के मामले में सामने आया है। सुबह से ये खबरें चर्चा में है कि सीबीआई ने गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के एक मॉल पर छापेमारी की है। हालांकि, इस बात की सीबीआई ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।
सीबीआई छापेमारी ( CBI raids ) के बाद से बिहार में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की तरह लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम ( Tejashwi Yadav ) को जेल भेजने की मोदी सरकार की तैयारी तो नहीं। क्या सीबीआई और ईडी के जरिए लालू परिवार को एक बार फिर भ्रष्टाचार के मामलों में फंसाने की योजना है।
BIhar के सियासी अखाड़े से नीतीश आउट
फिलहाल, इस बात को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है कि तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) व लालू यादव के कितने करीबी इन मामलों में लिप्त हैं, लेकिन इसका असर इतना जरूर हुआ है कि बिहार भाजपा और आरजेडी के बीच सियासी जंग का अखाड़ा बन गया है। जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार प्रदेश का सीएम रहने के बावजूद सियासी जोड़तोड़ की रेस से बाहर कर दिए गए हैं। भाजपा ने एक तरह से यह मान लिया है कि नीतीश का दौर बिहार में समाप्ति की ओर है, इसलिए उन्हें निशाने पर लेने का कोई मतलब नहीं है। ऐसा इसलिए कि भाजपा अब केवल आरजेडी पर हमलवर है। इस बात में दम इसलिए है कि सुबह से जितने भी ठिकानों पर सीबीआई और ईडी ने छापेमारी की है वो सभी आरजेडी से जुड़े नेताओं तक सीमित हैं। सीबीआई के ये छापेमारी जमीन के बदले रेलवे में भर्ती घोटाले से जुड़ा है। एक नया मामला गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल का सामने इस बार आया है। इसमें केवल तेजस्वी यादव का नाम लिया जा रहा है। इसके अलावा सीबीआई ने लालू परिवार से जुड़े 12 लॉकर भी खंगाले हैं। सीबीआई की छापेमारी के बाद से जेडीयू के नेता एक तरह से चुप है। केवल जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार को बयान है कि ये कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। नीतीश कुमार भी इस मसले पर पूरी तरह से चुप हैं। उनके पास न बोलने के लिए ये बहाना जरूर है कि ये मामला केंद्रीय एजेंसी और आरजेडीस व लालू परिवार से जुड़ा मसला है।
BJP के निशाने पर लालू का परिवार
बिहार में महागठंधन सरकार के बहुमत परीक्षण से ठीक पहले आरजेडी नेताओं के ठिकानों पर सीबीआई की रेड से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बेहद नाराज दिखाई दी हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार बनी है इसलिए भाजपा वाले डर गए हैं। सारा पार्टी हमारे साथ है। भाजपा को छोड़कर, विधानसभा में बहुमत हमलोगों के पास है। दोनों सदन में हमलोगों के पास बहुमत है। सीबीआई डराने के लिए है। हम डरने वाले नहीं हैं। माना जा रहा है कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई ने छापेमारी की है। रेल मंत्री रहे लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियां हेमा और मीसा, नौकरशाह और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज हैं। वहीं तेजस्वी यादव को गुरुग्राम में मॉल के नाम पर लपेटा जा सकता है।
CBI के छापे कहां-कहां
केंद्रीय जांच ब्यूरो की बुधवार सुबह से आरजेडी नेताओं के करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सीबीआई ने ये छापे दिल्ली, पटना, मधुबनी, कटिहार और गुरुग्राम के अलग-अलग ठिकानों पर मारे हैं।
किस-किस के यहां पड़े छापे
सीबीआई ने अभी तक जिन-जिन आरजेडी नेताओं के यहां छापेमारी की है उनमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, लालू के साले सुभाष यादव, एमएलसी और बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह, राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव, शिक्षा माफिया और आरजेडी सांसद डॉ. फैयाज अहमद, आरजेडी सांसद अशफाक करीम, सीतामढ़ी से पूर्व विधायक अबू दुजाना, और पूर्व आरजेडी एमसलसी सुबोध राय का नाम शामिल है।
गुरुग्राम के मॉल का मालिक मैं नहीं, जबरन मेरा नाम घसीटा जा रहा है : Tejashwi Yadav
CBI-ED Raid in Bihar : इन सबके के बीच बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) ने सीबीआई रेड के खिलाफ सदन में बयान दिया है। सीबीआई रेड और गुरुग्राम मॉल में अपना नाम लिए जाने से तेजस्वी यादव भड़क गए हैं। उन्होंने गुरुग्राम मॉल में नाम घसीटे जाने पर सदन में पहली बार बयान देते हुए कहा कि गुरुग्राम में मेरा मॉल नहीं है। जबरन मेरा नाम घसीटा जा रहा है। मेरे परिवार पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। मोदी पहले 2017 में जो मुकदमा दर्ज हुआ उसका डिटेल तो बताएं। गुरुग्राम के मॉल का मालिक मैं नहीं। जबरन मेरा नाम घसीटा जा रहा है। ललित मोदी पर खामोश क्यों है केंद्र सरकार। इसी के साथ ही तेजस्वी यादव ने निजी जिंदगी के खुशनुमा पहलु पर पानी फेरने की वजह से भी काफी दुखी नजर आये। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार नरे तो मेरे हनीमून जाने पर भी रोक लगा दिया। शादी के बाद मैं हनीमून पर जाने वाला था, ठीक उससे पहले लुकआउट नोटिस जारी कर दिया।