J&K CM Security: केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों से छिना SSG सुरक्षा, केवल वर्तमान सीएम को मिलेगी विशेष सेक्योरिटी
जम्मू-कश्मीर के 4 पूर्व मुख्यमंत्रियों का एसएसजी सुरक्षा कवर वापस
J&K CM Security: जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों (Former CM of Jammu-Kashmir) को केंद्र की मोदी सरकार से बड़ा झटका लगा है। केंद्र सरकार ने कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों से एसएसजी सुरक्षा (SSG Cover) वापस ले ली है। फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद ने अब अपनी एसएसजी सुरक्षा खो दी है। अब इन पूर्व सीएम को मिलने वाली एसएसजी सुरक्षा केवल जम्मू कश्मीर के सेवारत मुख्यमंत्रियों और उनके तत्काल परिवार के सदस्यों को ही मिलेगी। इस संबंध में जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने एक आदेश जारी किया है। केंद्र के इस कदम के बाद फारूक अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती अब अन्य राजनीतिक सुरक्षा प्राप्त लोगों के बराबर ही रहेंगे।
केंद्र का SSG को बंद करने का फैसला
बता दें कि 31 मार्च, 2020 को केंद्र ने पूर्व सीएम और उनके परिजनों को एसएसजी सुरक्षा (Special Security Group Cover) प्रदान करने वाले एक खंड को हटाकर विशेष सुरक्षा समूह अधिनियम में संशोधन किया था। धारा 370 (Article 370 in Kashmir) हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने के बाद एसएसजी अधिनियम में बदलाव किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि एसएसजी को अब सेवारत मुख्यमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने 2000 में स्थापित SSG को बंद करने का फैसला किया है।
उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को जेड-प्लस
हालांकि, एसएसजी सुरक्षा वापस लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड(NSG) की सुरक्षा मिलती रहेगी। यह घेरा उन लोगों को मिलता है जिन्हें जेड-प्लस सुरक्षा प्राप्त होती है। कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को छोड़कर जम्मू-कश्मीर के अन्य तीनों पूर्व मुख्यमंत्री श्रीनगर में रहते हैं। वहीं, एसएसजी सुरक्षा हटने के बाद उमर अब्दुल्ला (Umar Abdullah) और महबूबा मुफ्ती (Mahbooba Mufti) को जेड-प्लस सुरक्षा चक्र के घेरे में रहेंगे। सुरक्षा समीक्षा और समन्वय समिति इन मुख्यमंत्रियों के लिए खतरे की धारणा पर विश्लेषण करेगी। बता दें कि इस बदलाव के बाद अब उनकी सुरक्षा में एसएसजी की जगह पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के सुरक्षाकर्मी होंगे।पुलिस बल को ट्रेनिंग देगी SSG
अधिकारियों ने जानकारी दी कि एसएसजी (Special Security Group) के कुछ जवानों को जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) की सुरक्षा शाखा में 'घृणित सुरक्षा दल' के लिए तैनात किया जाएगा। वहीं शेष एसएसजी कर्मियों को दूसरे विंगों में तैनात किए जाने की संभावना है। इससे पुलिस बल को प्रशिक्षण और ज्ञान का सर्वोत्तम लाभ मिल सकेगा। जम्मू-कश्मीर पुलिस के सुरक्षा विंग को वाहन और अन्य गैजेट्स ट्रांसफर किए जाएंगे।