Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

Chhattisgarh News : महिला पटवारी ने रिटायर्ड आर्मी जवान से मांगी 5 हजार रुपए की घूस, वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड

Janjwar Desk
30 April 2022 2:45 PM IST
Chhattisgarh News : महिला पटवारी ने रिटायर्ड आर्मी जवान से मांगी 5 हजार रुपए की घूस, वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड
x

Chhattisgarh News : महिला पटवारी ने रिटायर्ड आर्मी जवान से मांगी 5 हजार रुपए की घूस, वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर (Kanker) में घूसखोरी का वीडियो सामने आने के बाद एक महिला पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया, जमीन कागजात की नकल निकालने के नाम पर महिला पटवारी एक रिटायर्ड आर्मी जवान से रुपयों की मांग कर रही थी...

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर (Kanker) में घूसखोरी का वीडियो सामने आने के बाद एक महिला पटवारी को बीते शुक्रवार देर शाम सस्पेंड कर दिया गया। बता दें कि जमीन कागजात की नकल निकालने के नाम पर महिला पटवारी एक रिटायर्ड आर्मी जवान से रुपयों की मांग कर रही थी। महिला पटवारी रिटायर्ड आर्मी जवान को बता रही थी कि इस काम का रेट 5 हजार रुपए है, फिर 2 हजार रुपए लेकर अपनी पर्स में रख लेती है। बता दें कि यह मामला जिला मुख्यालाय के नजदीक दशपुर गांव का है।

यह है पूरा मामला

दरअसल आर्मी के रिटायर्ड जवान भीखम साहू को जमीं दस्तावेज की नकल निकलवानी थी। इसके लिए उन्होंने महिला पटवारी कामिका मांडवी से संपर्क किया। इस पर कामिका मांडवी ने उनसे 5 हजार रुपयों की मांग की। महिला पटवारी कामिका मांडवी ने कहा कि इस काम का यही रेट है, आपको पहले ही बता चुकी हूं। बाकी आपके लिए जो सही हो वह दे दें। इसके बाद जवान भीखम साहू महिला पटवारी को 2 हजार रुपए देते हैं, जिसे महिला पटवारी अपनी पर्स में रख लेती हैं।

महिला पटवारी और जवान की ये हुई बातचीत

कामिका मंडावी : उस दिन आप क्या बोल रहे थे?

रिटायर्ड जवान : क्या?

कामिका मंडावी : ज्यादा बता रहे हैं, बोल रहे थे न?

रिटायर्ड जवान : हां, हमारे हिसाब से तो।

कामिका मंडावी : इतना ही लगता है।

रिटायर्ड जवान : नहीं, लेकिन, 5 हजार बहुत ज्यादा होता है।

कामिका मंडावी : इतना ही चल रहा है यहां पर।

राजस्व विभाग में कोई ईमानदार नहीं

रिटायर्ड जवान : अब हम तो पूरी जिंदगी ईमानदारी से काम किए हैं। इसलिए हमारा दिल दुखता है। हम सीधा बोलते हैं।

कामिका मंडावी : लेकिन हमारे विभाग में कोई ईमानदारी नहीं है। आप तो जानते हैं राजस्व विभाग को।

रिटायर्ड जवान : जानता हूं, तो कुछ कन्सेशन भी नहीं हो सकता है क्या।

कामिका मंडावी : देख लीजिए आप अपने हिसाब से

रिटायर्ड जवान : मैं तो कुछ भी नहीं देना चाहता हूं। आप बताइये? अब हमारा तो काम है, मजबूरी है। बाकी आप देख लीजिए।

कामिका मंडावी : आप देख लीजिए अपने हिसाब से।

रिटायर्ड जवान : नहीं, आप बता दीजिए।

कामिका मंडावी : मैं तो बता चुकी हूं आपको।

रिटायर्ड जवान : कितना दूं, बता दीजिए?

कामिका मंडावी : आप देख लीजिए

रिटायर्ड जवान : देखिए बात में आपको ऐसा न हो कि ..

कामिका मंडावी : मैं तो बता चुकी हूं कि कितना लगता है

इसके बाद रिटायर्ड जवान भीखम साहू 2 हजार रुपए निकाल कर महिला पटवारी कामिका मंडावी को दे देते हैं। जिसे वह अपनी पर्स में रख लेती हैं।

रिटायर्ड जवान : इतना चलेगा क्या? बताइये?

कामिका मंडावी : नहीं, आपको चलना चाहिए। मैं तो आपको बता दी कि 5 लगता है।

रिटायर्ड जवान : मुझे तो चलेगा, आप बताइये उस हिसाब से।

फिर जवान भीखम साहू 2 हजार रुपए और देते हैं। उसे भी कामिका मंडावी मुस्कराते हुए अपनी पर्स में रख लेती हैं।

वीडियो वायरल होने के सस्पेंड

बता दें कि आर्मी के रिटायर्ड जवान भीखम साहू ने इस पूरी घटना का वीडियो अपने मोबाइल से बना लिया। इसके बाद शुक्रवार सुबह से ही यह सोशल मीडिया पर चलना शुरू हो गया था। शाम होते तक SDM ने मामले को संज्ञान में लेते हुए महिला पटवारी को सस्पेंड कर दिया। निलंबन अवधि में महिला पटवारी कामिका मंडावी को राजस्व कार्यालय कांकेर अटैच किया गया है।


(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Next Story

विविध