Coal crisis : बिजली संकट से देशभर में हाहाकार, 24 मई तक इंडियन रेलवे ने रद्द किये पैसेंजर ट्रेनों के 753 फेरे
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नई दिल्ली। एक तरफ देशभर में भीषण गर्मी का कहर जारी है तो दूसरी तरफ कोयले की कमी ( Coal Crisis ) की वजह से देशभर में बिजली संकट ( Power Crisis ) पैदा हो गया है।देश की राजधानी दिल्ली सहित 13 राज्यों में बिजली संकट की उत्पन्न हो गई है। कोयले की कमी को लेकर गहराते संकट के बीच भारतीय रेलवे ( Indian Railway ) बड़ा फैसला लिया है। भारतीय रेलवे ने बिजली संयंत्रों के लिए कोयला ले जाने वाली ट्रेनों को अतिरिक्त रास्ता देने के लिए पैसेंजर ट्रेनों के 753 फेरों को रद्द ( Passenger cancelled ) कर दिया है। आगामी 24 मई पैसेंजर ट्रेनों के ये फेरे रदृ रहेंगे।
कोयले की औसत लोडिंग 500 रेक प्रतिदिन, 5 वर्षों में सबसे ज्यादा
कोल क्राइसिस ( Coal Crisis ) की वजह से बिजली संकट की मार झेल रहे राज्यों में कोयले की रैक पहुंचाने के लिए रेल मंत्रालय ने 24 मई तक यात्री ट्रेनों की करीब 753 फेरों को रद्द कर दिया है। इस बाबत जरूरी नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इंडियन रेलवे की अधिसूचना के मुताबिक जिन ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है वो 500 किलोमीटर से अधिक लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें हैं। इसके साथ ही रेलवे ( Indian Railway ) ने कोयले की रेक (ट्रेन) की औसत दैनिक लोडिंग 400 से ज्यादा बढ़ा दी है। यह बीते 5 वर्षों में सबसे अधिक है।
देश के इन राज्यों में है घोर बिजली संकट
भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। इस बीच कोयले की कमी के चलते आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के 13 राज्यों में बिजली कटौती के चलते लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
10 से 12 दिनों का कोयला स्टॉक
वर्तमान में, 2.5 बिलियन यूनिट की दैनिक खपत के मुकाबले लगभग 3.5 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। पिछले दिनों में गर्मी के साथ साथ बिजली की मांग भी बढ़ी है। हमारे पास 10-12 दिनों का कोयला स्टॉक है।
कोयले की कमी से बंद नहीं होंगे पावर प्लांट
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि कोयले की कमी की वजह से पावर प्लांट बंद होने की कोई संभावना नहीं है। देश के बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है। थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है। दस दिन के लिए काफी है। कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टॉक है। ये 70 से 80 दिन का स्टॉक है।
6 में से 5 यूनिट पूरी क्षमता से संचालित
NTPC ने कहा, दादरी की सभी 6 यूनिट और ऊंचाहार की 5 यूनिट पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं। हमें कोयले की लगातार सप्लाई मिल रही है। हमारे पास कोयले का मौजूदा स्टॉक 140000 MT और 95000 MT है। आयात किया हुआ कोयला भी पाइपलाइन में है।
बिजली संकट के कारण
Coal Crisis : देश के अधिकांश हिस्सों में बिजली संकट के पीछे भीषण गर्मी को मुख्य वजह बताया जा रहा है। इसके अलावा कई राज्यों में कोयले की कमी की खबरें भी सामने आ रही हैं। हाल ही में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी माना था कि कई राज्यों में कोयले की कमी है। रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कोयले के आयात पर असर पड़ा है। इसके अलावा बताया जा रहा है कि झारखंड में कोल कंपनियों को बकाया पेमेंट न देने के चलते कोयला संकट पैदा हुआ है।
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