Common Charger Policy India: जल्द मिलेगा अलग-अलग चार्जर के झंझट से छुटकारा, जानिए क्या है सरकार की नई पॉलिसी
Common Charger Policy India: जल्द मिलेगा अलग-अलग चार्जर के झंझट से छुटकारा, जानिए क्या है सरकार की नई पॉलिसी
Common Charger Policy India: भारत में कॉमन चार्जर का नियम लागू होने जा रहा है। इसके तहत अब अलग-अलग तरह के इलेक्ट्रिक डिवाइस (electric devices) को चार्ज करने के लिए अलग चार्जर की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक ही चार्जर से फोन (phone), लैपटॉप (laptop) और अन्य गैजेट्स (gadgets) को चार्ज किया जा सकेगा।
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बुधवार को हुई अहम बैठक के बाद जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्टफोन कंपनियों (smartphone companies) और उद्योग संगठन के संबंधित विभागों से एक स्मार्ट डिवाइसेस के लिए कॉमन चार्जिंग पोर्ट (common charging port) पर सहमति बन गई है। बैठक में पर्यावरण मंत्रालय और केंद्र सरकार के मंत्रालयों समेत MAIT, FICCI, CII, IIT कानपुर, IIT (BHU) और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों से हिस्सा लिया। लंबी चर्चा के बाद कॉमन चार्जिंग पोर्ट पर सहमति बनी।
सरकार और स्टेकहोल्डर्स की बैठक में अधिकतर प्रतिनिधि USB Type-C को कॉमन चार्जर के तौर पर अपनाने को राजी हुए हैं, हालांकि कुछ ने अलग चार्जर को लेकर भी सुझाव दिए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो C Type चार्जर ही कॉमन चार्जर होगा। अगर ऐसा होता है तो फोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, लैपटॉप, हेडफोन, एलईडी लाइट, ट्रीमर, स्मार्ट स्पीकर, ईयर फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस को यूएसबी टाइप-सी चार्जर से चार्ज किया जा सकेगा। अलग-अलग गैजेट के लिए अलग चार्जर की जरूरत नहीं होगी।
भारत सरकार ई-वेस्ट को रोकने के लिए कॉमन चार्जिंग नियम को लागू करने जा रही है। ASSOCHAM-EY की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में भारत ने चीन और अमेरिका के बाद 5 मिलियन टन ई-कचरा उत्पन्न होने का अनुमान है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट बताती है कि यूरोपीय यूनियन ने कॉमन चार्जर पॉलिसी (Common Charger Policy) को मंजूरी दी है, साल 2024 से यूरोप के सभी देशों में इसे लागू किया कर दिया जाएगा। सभी फ्यूचर स्मार्टफोन्स के लिए यूनिवर्सल यूएसबी-सी चार्जर काम करेगा।