Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के विवादित बोल- किसानों को कह दिया 'मवाली', टिकैत और कक्का ने दिया जवाब

Janjwar Desk
22 July 2021 2:45 PM GMT
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के विवादित बोल- किसानों को कह दिया मवाली, टिकैत और कक्का ने दिया जवाब
x

केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने किसानों को कहा 'मवाली' तो राकेश टिकैत ने दिया जबाब

किसान नेता राकेश टिकैत और शिव कुमार कक्का ने मीनाक्षी लेखी के इस बयान की कड़ी आलोचना की है, वहीं सोशल मीडिया पर भी मंत्री के इस बयान की आलोचना हो रही है...

जनज्वार। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने आंदोलनकारी किसानों को लेकर विवादित बयान दिया है। लेखी ने किसानों के लिए 'मवाली' शब्द का प्रयोग करते हुए कह दिया कि वे किसान नहीं, मवाली हैं। किसान नेता राकेश टिकैत और शिव कुमार कक्का ने मीनाक्षी लेखी के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। वहीं सोशल मीडिया पर भी मंत्री के इस बयान की आलोचना हो रही है।

आज गुरुवार को विभिन्न मसलों को लेकर संसद में हुए हंगामे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आईं मीनाक्षी लेखी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''सबसे पहले तो उन्हें किसान कहना बंद कीजिए, क्योंकि वे किसान नहीं है, वे षड्यंत्रकारी लोगों के हत्थे चढ़े हुए कुछ लोग हैं, जो लगातार किसानों के नाम पर ये हरकतें कर रहे हैं। किसानों के पास समय नहीं है, जंतर-मंतर आकर बैठने का, वह अपने खेत में काम कर रहा है। ये आढ़तियों के द्वारा चढ़ाए गए लोग हैं, जो चाहते नहीं कि किसानों को फायदा मिले।''

उधर किसान नेता राकेश टिकैत और शिव कुमार कक्का ने इस बयान के लिए मीनाक्षी लेखी की तीखी आलोचना की है।

बीजेपी नेता और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की टिप्पणी पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि गुंडे वे हैं जिनके पास कुछ भी नहीं है। किसानों पर इस तरह की टिप्पणी करना गलत है। हम किसान हैं, गुंडे नहीं। किसान जमीन के 'अन्नदाता' हैं।"

वहीं किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा, ''इस तरह का बयान 80 करोड़ किसानों का अपमान है। यदि हम मवाली हैं, मीनाक्षी लेखी को हमारे द्वारा उपजाए अनाज को खाना बंद कर देना चाहिए। उन्हें शर्म आनी चाहिए। हमने उनके बयान की आलोचना करते हुए 'किसान संसद' में प्रस्ताव पास किया है।''

बता दें कि मीनाक्षी लेखी यहीं नहीं रुकीं बल्कि, एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो कुछ 26 जनवरी को हुआ वह भी शर्मनाक था, और विपक्ष द्वारा इस तरह की चीजों को बढ़ावा दिया गया। एक बार फिर जब पत्रकारों की ओर से किसानों को लेकर सवाल किया गया तो मीनाक्षी ने कहा, ''आपने फिर उन्हें किसान कहा, मवाली हैं वे।''

Next Story

विविध