Lalitpur : खाद के लिए 2 दिन से लाइन में लगे किसान की मौत और योगी कह रहे यूपी में पूरी दुनिया का पेट भरने की क्षमता है
(योगी आदित्यनाथ के बगल में खाद के लिए खड़ी कतार)
Lalitpur (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ी-बड़ी डींगे हांक रहे हैं। उनका ताजा बयान है कि उत्तर प्रदेश में पूरी दुनिया का पेट भरने की क्षमता है, लेकिन यूपी के ही ललितपुर में खाद की लाइन में लगे किसान की मौत हो गई। किसान 2 दिन से लगातार खाद लेने के लिए लाइन में लगा रहा।
यूपी में चुनाव-2022 का समय नजदीक है। प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री ने झूठ की ध्वजा लहरा दी है। वह इसी झूठ और जुमलों की दम पर फिर से यूपी की सत्ता पर कब्जा जमाना चाह रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 'तकनीक व संसाधनों के बेहतर उपयोग व किसानों से समन्वय कर प्रदेश में पूरी दुनिया का पेट भरने की क्षमता है।'
भाजपा के राज में उप्र में खाद की कमी ने एक बेहद दर्दनाक मोड़ ले लिया है। आज ललितपुर में 2 दिनों से खाद की लाइन में लगे हुए एक किसान की मृत्यु का दुखद समाचार मिला है। श्रद्धांजलि!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 22, 2021
सरकार मुआवज़े का ऐलान करे।
आज़ाद भारत के इतिहास में किसान कभी भी इतना परेशान व अपमानित नहीं हुआ। pic.twitter.com/YDhoPRpFvI
इसके साथ ही योगी ने कहा कि, '2022 के यूपी चुनाव पर दुनियाभर की नजर है। एक तरफ वह ताकत है जो चाहती है कि यूपी में फिर भाजपा की सरकार बने। दूसरी ओर वह ताकतें हैं जो नहीं चाहती की भारत दुनिया की ताकत बने। यूपी देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने। ऐसे लोग फिर सौदेबाजी और षणयंत्र करेंगे।
विपक्ष को घेरते योगी को शायद यह पता नहीं होगा की ललितपुर में खाद की लाइन में जान गंवाने वाला भी किसान था। किसान वह भी हैं जो तीन कृषि कानूनो के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। जब किसानों के साथ ही यह सौतेला व्यवहार होगा तो किन किसानों की दम पर वह पूरी दुनिया का पेट भरने का स्वांग रच रहे हैं।
Lakhimpur Khiri : 5 दिन के इंतजार बाद भी नहीं बिका किसान का धान क्रय केंद्र पर रखी 100 क्विंटल फसल को लगा दी आग #LakhimpurKhiri #farmersnews #farmersbill #LakhimpurKheripolice #uttarpradeshsarkar https://t.co/6H86tOsoxX
— Janjwar Media (@janjwar_com) October 22, 2021
ललितपुर में जो किसान मरा है वह, जाखलौन के नया गांव का रहने वाला भोगीपाल था। जिसकी मौत हो गई। भगीलाल के पुत्र कृपाल ने बताया कि पिता दो दिन से खाद लेने के लिए लाइन में खड़े रहे। गुरूवार 21 अक्टूबर रात तक खाद नहीं मिली। जिसके बाद वह दुकान के सामने टीन शेड के नीचे लेट गये।
शुक्रवार सुबह वह फिर से लाइन में लग गये। इस दौरान उनके सीने में तेज दर्द हुआ और वह वहीं लेट गये। अस्पताल में डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा गांव के ही 50 वर्षीय श्यामलाल ने खाद न मिलने पर जान देने की कोशिश की, हालांकि वक्त रहते उन्हें बचा लिया गया।