Delhi News: शाहबाद डेयरी में अरविंद कुमार पर जानलेवा हमला, पीड़ित पहुंचे पुलिस कमिश्नर के द्वार, पुलिस ने दिखाया क्रूर व्यवहार
Delhi News: शाहबाद डेयरी में अरविंद कुमार पर जानलेवा हमला, पीड़ित पहूंचे पुलिस कमिश्नर के द्वार, पुलिस ने दिखाया क्रूर व्यवहार
Delhi News: दिल्ली 18 अक्टूबर, शाहबाद डेरी की जनता इमके कार्यकर्ता अरविंद को इंसाफ दिलाने व उन पर जानलेवा हमला करने वाले अपराधियों पर सख्त कार्रवाई लिए दिल्ली के विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंची । दरअसल 7 अगस्त 2022 की मध्य रात्रि में शाहबाद डेयरी में रहने वाले इंकलाबी मजदूर केंद्र के कार्यकर्ता अरविंद कुमार पर शाहबाद डेयरी के ही लोकल गुंडों ने जानलेवा हमला कर दिया था। ये गुंडे चोरी,डकैती,छिनैती, मोबाइल चोरी,सट्टेबाजी और नशा सप्लाई जैसे आपराधिक काम करते हैं । ये अपराधी बस्ती के छोटे छोटे बच्चों को नशा व अपराध के रास्ते पर चलने के लिए भांति भांति तरीके से विवस करते हैं। लोगों को डराने धमकाने के लिए बस्ती के बीच आतंक पैदा करते हैं।
7 अगस्त की मध्य रात्रि अरविंद के घर के बगल में रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी से गुंडे झगड़ रहे थे तो पड़ोसियों ने जिसमें अरविंद भी थे, गुंडों को टोका कि महिला से क्यों झगड़ा कर रहे हो । इसी बात पर एक अपराधी ने पहले बीयर की बोतल से उन पर हमला किया और उसको पकड़ने के लिए जब लोग गए तो अंधेरे में बैठे 15-20 अपराधियों ने अरविंद पर टूट पड़े और बोतल सरिया, डंडे, ब्लेड एवं ईंट वगैरह खतरनाक हथियारों से अरविंद पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया । अपराधी अरविंद को मरा जान छोड़कर चले गए थे। अरविंद को सिर में गंभीर चोट लगी थी पांच बड़े बड़े घाव थे । उनकी नाक की हड्डी टूट गई थी।
जबड़े में फैक्चर हो गया है। उनके दाहिने आंख में गंभीर चोट लगने के कारण रेटीना में छेद हो गया है जिससे उनको दिखाई नहीं दे रहा है । अपराधियों ने अरविंद के साथ चार अन्य लोगों को भी बुरी तरह से मार कर घायल कर दिया था । अरविंद का इलाज अंबेडकर हॉस्पिटल रोहिणी में व रेफर करने पर सफदरजंग अस्पताल दिल्ली से चल रहा है । डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार अपराधियों पर आईपीसी की धारा 307,120बी के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए। लेकिन पुलिस वालों ने मामूली धाराओं में एफ आई आर दर्ज कर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से बच रही है। अपराधियों के सरगना बेखौफ घूम रहे हैं। अरविंद व प्रियंका ने शाहबाद डेरी थाने के एसएचओ, बवाना एसीपी को, उत्तरी बाहरी जिला के डीसीपी को तथा दिल्ली पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में लिखित शिकायत देने के बाद दो दो बार रिमाइंडर भी दे चुके हैं । लेकिन दिल्ली पुलिस है कि अपराधियों को रहम करते हुए सख्त कार्रवाई करने से बच रही है ।
इसीलिए आज 18 अक्टूबर को शाहबाद डेयरी की जनता ने अरविंद को न्याय दिलाने व अपराधियों को सख्त कार्यवाही के लिए दिल्ली में कार्यरत विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नर दिल्ली से मिलने गई । पुलिस कमिश्नर ऑफिस जाने का मकसद था कि अपराधियों के कारनामे बताए जाएं व पांच मांगों का एक ज्ञापन दिया जाए। लेकिन पुलिस वालों ने जनता की बात सुनने के बजाय जनता को ही अपराधी बना दिया । पुलिस कमिश्नर ऑफिस आने का अपराधी ! पुलिस वाले बताने लगे की पुलिस कमिश्नर के ऑफिस के आसपास धारा 144 लगी हुई है ।आप लोगों ने धारा 144 का उल्लंघन कर दिया है । हम बताते रहे कि हम अपनी व्यथा सुनाने के लिए कमिश्नर के पास आए हैं । हमने कोई अपराध नहीं किया है। हमें कमिश्नर से मिलवा दीजिए लेकिन पुलिस के अधिकारी हमारी बात नहीं सुने और जबरदस्ती हमें जंतर मंतर पर ले आए।
संसद मार्ग थाने के एसएचओ ने प्रदर्शन में गए चार साथियों पर 144 धारा तोड़ने का मुकदमा दर्ज करने का हुक्म दे दिया । हम गए थे अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए लेकिन पुलिस ने हमें ही अपराधियों जैसा व्यवहार किया। आज एक बार फिर बेरहम दिल्ली पुलिस का चेहरा बेनकाब हुआ । लेकिन जनता ने अपना हौसला बुलंद करके रखा तथा पुलिस को ज्ञापन दिलाने के लिए विवश किया । पुलिस ने बिना प्रतिनिधिमंडल के ही ज्ञापन पुलिस कमिश्नर ऑफिस में जमा कराई तथा उसकी रिसीविंग हमें दिया । पुलिस का जनता के प्रति असंवेदनशील व्यवहार निंदनीय है । इस जन कार्रवाई में इंकलाबी मजदूर केंद्र, मजदूर एकता केंद्र, इफ्टू (सर्वहारा),ऑल इंडिया फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियंस (न्यू), इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियंस,दिल्ली पीपुल्स फोरम, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, मजदूर सहयोग केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, क्रांतिकारी लोग अधिकार संगठन, टीयूसीआई, पीयूसीएल के साथियों ने भागीदारी किया ।