JNU News : JNU Campus के गेट पर हिंदू सेना ने लगाए भगवा झंडे, किया इस बात का दावा
Delhi News : JNU Campus के गेट पर हिंदू सेना ने लगाए भगवा झंडे, किया इस बात का दावा ( फोटो विकास की फेसबुक वाल से) ।
JNU News : हमेशा किसी न किसी विवाद व मुद्दों को लेकर देश और दुनिया में सुर्खियों में रहने वाला जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार चर्चा जेएनसू अपने छात्रों की वजह से नहीं, बल्कि हिंदू सेना की वजह से है। दरअसल, जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में रामनवमी के अवसर पर छात्रों के दो गुटों के बीच मेस में मांसाहारी भोजन परोसने को लेकर हुए हंगामे और मारपीट से जारी बवाल अभी थमता नजर नहीं आ रहा है।
तनाव को देखते हुए जेएनयू प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस (Delhi Police) भी पूरी तरह से सतर्क है। इस बीच जेएनयू ( JNU Campus ) के मेन गेट पर हिंदू सेना (Hindu Sena) ने भगवा झंडा (Saffron Flags, ) और भगवा जेएनयू (Saffron JNU) को पोस्टर लगाकर इस मामले को और तूल दे दिया गया है। खाब बात यह है कि इस जेएनयू से होकर गुजरने वाली मैजेंटा लाइन मेट्रो पीलर पर भी भगवा हिंदू के झंडो से पट गया है।
जेएनयू विवाद में ताजा अपडेट यह है कि हिंदू सेना की ओर से जेएनयू के मेन गेट (JNU Main Gate) को भगवा झंडे से पाट दिया गया है। जेएनयू कैंपस के चारों तरफ इस तरह के पोस्टर भी लगा दिए गए हैं जिन पर लिखा है भगवा जेएनयू। साथ ही हिंदू सेना का झंडा भी चारों तरफ लहरा रहा है।
फिलहाल, मामले पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई किए जाने या फिर इनको हटाने को लेकर किसी भी प्रशासनिक एजेंसी की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। जेएनयू प्रशासन (JNU Administration) और दिल्ली पुलिस (Delhi Police) रामनवमी के विवाद के बाद उपजे हालातों को शांत करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
हर एक की राय का सम्मान करते हैं
14 अप्रैल 2022 को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो. शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित (VC Prof. Santishree Dhulipudi Pandit) ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात भी की थी। इसके बाद उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुए यह भी कहा था कि जेएनयू एक स्वतंत्र विश्वविद्यालय है। हम व्यक्तियों की पसंद का सम्मान करते हैं। यह युवा लोगों की राय है। हम विविधता और असहमति की सराहना करते हैं लेकिन हिंसा नहीं होनी चाहिए। मतभिन्नता से कैंपस में असजह स्थिति उत्पन्न नहीं होती है।अगर यह हिंसक घटना या तनाव तब्दील होने पर प्रशासन के लिए चिंता का कारण बनता है। इसलिए छात्र अपनी राय रखें। चाहे वो अलग ही क्यों न हो।
हम भी है राष्ट्रवादी : धूलिपुड़ी
जेएनयू ( JNU ) की वीसी शांतिश्री धूलिपुड़ी ने टुकड़े-टुकड़े गैंग जैसे वक्तव्यों पर कहा कि मैं जनता की इस अवधारणा को ठीक करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि मेरे पदभार संभालने के बाद से किसी को भी इस तरह की बात करते नहीं देखा गया है। हम भी उतने ही राष्ट्रवादी हैं जितना कोई और है।