दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर भीम आर्मी का प्रदर्शन जारी, अस्पताल से शव गायब
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की लाश परिजनों को सौंपे जाने के लिए भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन
दिल्ली। हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता के परिजन आज़ाद समाज पार्टी नेता चंद्रशेखर के साथ सफ़दरजंग अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठे हैं। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि हमारे बेटी के शव को उन्हें नहीं सौंपा गया है और वो अपनी मांग पूरी होने तक उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की घटना के बाद पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर इंसाफ के लिए भीम आर्मी का अस्पताल में प्रदर्शन जारी है। इस घटना से नाराज भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और उनके समर्थकों ने सड़क को जाम किया और हत्यारों को फांसी देने की मांग की चंद्रशेखर आजाद ने अपने ट्वीटर हैंडल से लिखा, 'मैं और हमारी पीड़िता बहन का पूरा परिवार अभी सफदरजंग हॉस्पिटल में ही धरने पर बैठे है। अब बर्दाश्त नही होगा, न्याय लेकर रहेंगे।'
मैं और हमारी पीड़िता बहन का पूरा परिवार अभी सफदरजंग हॉस्पिटल में ही धरने पर बैठे है। अब बर्दाश्त नही होगा, न्याय लेकर रहेंगे।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) September 29, 2020
वहीं दूसरा ट्वीट करते हुए चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवार को 2 करोड़ का मुआवजा फर्स्ट क्लास नौकरी और आरोपियों को फास्टट्रैक कोर्ट के माध्यम से 30 दिन में सजा की घोषणा की की जाए। अगर हमारी मांगों को नहीं माना जाता तो भीम आर्मी भारत बंद करेगी।
हमारी बहन-बेटियों की जान इतनी सस्ती नहीँ है,हमे न्याय चाहिए।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) September 29, 2020
केन्द्र सरकार पीड़ित परिवार को 2 करोड़ का मुआवजा, फर्स्ट क्लास नोकरी और आरोपियों को फास्टट्रैक कोर्ट के माध्यम से 30 दिन में सजा की घोषणा करें। यदि 24 घण्टे में हमारी मांगे नही मानी जाती तो भीम आर्मी भारत बंद करेगी।
दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सौरभ ने युवती के परिजनों से बात करने के बाद ट्वीट करके कहा कि, "अभी अभी हाथरस की बलात्कार पीड़िता के परिवार से बात हुई। उनकी बेटी की लाश गायब कर दी गई है। परिवार धरने पर सफदरजंग अस्पताल में बैठा हुआ है। उसके गांव में भी उनके रिश्तेदारों को आने नहीं दिया जा रहा है।"
अभी अभी हाथरस की बलात्कार पीड़िता के परिवार से बात हुई। उनकी बेटी की लाश गायब कर दी गई है। परिवार धरने पर सफदरजंग अस्पताल में बैठा हुआ है।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) September 29, 2020
उसके गांव में भी उनके रिश्तेदारों को आने नहीं दिया जा रहा है।
दलित की बेटी, देश की बेटी नहीं है ?