टिकैत की तारीख से बढ़ सकती है सरकार की परेशानी, कहा आगे फिर बताएंगे डेट
नई दिल्ली। देश की राजधानी की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन अब मुख्य रूप से गाजीपुर बॉर्डर पर केंद्रित हो गया है, मगर सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने आज जो बयान दिया है उससे सरकार की चिंता बढ़ सकती है। टिकैत का कहना है कि किसान आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। उसके बाद आगे की तारीख दी जाएगी।'
इससे पहले मंगलवार 2 फरवरी दोपहर शिवसेना के नेता मुंबई से यहां गाजीपुर पहुंचे। किसी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए धरनास्थलों को पूरी तरह आइसोलेट कर दिया गया है। उनके आस-पास कई लेयर की बैरिकेडिंग करके ऊपर कंटीली तारें बिछा दी गई हैं। सड़क पर टायर किलर्स लगाए गए हैं। इसके अलावा भारी तादाद में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस ऐसा किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर अभूतपूर्व मोर्चेबंदी की है। धरना स्थल सहित फ्लाईओवर की सभी चारों लेन पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली रोड पर खासतौर पर 6 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। सबसे पहली और दूसरी लेयर में लोहे के बैरिकेड्स हैं और उसके ऊपर कंटीली तारें। तीसरी लेयर में कंक्रीट के 3 फुट ऊंचे 2 स्लैब्स को आमने- सामने रखकर उनके बीच में लगभग 2 फुट ऊंचाई तक सीमेंट और कंक्रीट का मसाला भरा गया है, जो 3 फुट ऊंची ढेड़ फुट चौड़ी दीवार बन गई है। इसके बाद के 2 लेयरों में लोहे के बैरिकेड्स लगे हुए है।
किसान आंदोलन का मुख्य चेहरा बन चुके राकेश टिकैत ने मंगलवार 2 फरवरी को किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, 'हमारा नारा है, 'कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।' टिकैत ने कहा, 'हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।'
विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात के सवाल पर टिकैत ने कहा, 'अगर हमारे समर्थन में विपक्ष आ रहा है तो कोई समस्या नहीं, लेकिन उसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। किसी को भी इस मंच से माइक का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।'
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि आंदोलन को बदनाम करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण धरने के बावजूद दिल्ली पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है ताकि 'जनता कहे कि वो लोग जनता को दुखी कर रहे हैं।' टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस रास्ते बंद कर रही है। उन्होंने कहा 'एम्बुलेंस लेन में दो महीने से एम्बुलेंस चलती थी, उसे दिल्ली पुलिस ने बंद कर दिया। कंटीले तार लगा दिए। तीन रोड को जिसे हमने छोड़ रखा था उसे भी बंद कर दिया।'