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दिल्ली

किसान गणतंत्र परेड को मिली अनुमति, दिल्ली पुलिस हटाएगी बैरिकेड, यूपी में योगी ने कर दी बड़ी सख्ती

Janjwar Desk
24 Jan 2021 3:36 AM GMT
किसान गणतंत्र परेड को मिली अनुमति, दिल्ली पुलिस हटाएगी बैरिकेड, यूपी में योगी ने कर दी बड़ी सख्ती
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File Photo.

किसान पिछले कई दिनों से गणतंत्र परेड का अभ्यास दिल्ली की बाहरी सीमाओं पर कर रहे थे, अब उन्हें दिल्ली पुलिस से इसके लिए अनुमति मिल गयी है। उधर, पश्चिम उत्तरप्रदेश में इस परेड में कम भीड़ जुटे इसके लिए ट्रैक्टर-ट्राली को सोमवार से डीजल देने पर रोक का आदेश दिया गया है...

जनज्वार। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पहली बाद देश में होने जा रहे किसान गणतंत्र परेड को लेकर किसान संघों को दिल्ली पुलिस की सहमति मिल गयी है। इस परेड के लिए 26 जनवरी के दिन दिल्ली पुलिस दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे किसानों के मार्ग में लगाए गए बैरिकेड हटा लेगी। किसानों ने शांतिपूर्ण आंदोलन के तहत किसान गणतंत्र परेड करने की अनुमति सरकार व दिल्ली पुलिस से मांगी थी। यह आयोजन किसानों के पिछले दो महीने से चले आ रहे कृषि आंदोलन का हिस्सा है।

किसान संगठनों के साझा मंच किसान संघर्ष मोर्चा ने रविवार की सुबह एक ट्वीट कर कहा कि दिल्ली पुलिस गणतंत्र दिवस के दिन बैरिकेड हटाने को तैयार हो गयी और किसानों के ट्रैक्टर मार्च को दिल्ली प्रवेश की अनुमति मिल गयी है। चर्चित वकील व सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने दिल्ली पुलिस के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि किसानों को बाहरी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड द्वारा गणतंत्र दिवस मनाने से रोकने की कोशिश उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होगा।

इससे पहले किसान संघों ने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर स्पष्ट किया था कि वे बेरिकेड पर नहीं रूकेंगे और गणतंत्र दिवस परेड करने के लिए दिल्ली के अंदर प्रवेश करेंगे। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा था कि देश में पहली बार 26 जनवरी को किसान गणतंत्र परेड होगा और हम अपनी भावना इसके माध्यम से प्रकट करेंगे।

योगेंद्र यादव ने यह भी स्पष्ट किया था कि इस परेड के दौरान देश की सुरक्षा आन-बान-शान पर कोई छींटा नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि इस पर मोटे तौर पर विचार हो चुका है और कुछ अन्य मुद्दों को रविवार को तय कर लिया जाएगा।

मालूम हो कि दो दिन पहले शुक्रवार को किसान संघों व मोदी सरकार के प्रतिनिधियों के बीच तीन कृषि कानून व एमएसपी के मुद्दे पर बैठक हुई थी लेकिन उसमें कोई नतीजा नहीं निकला। किसानों की मांग है कि सरकार कृषि कानूनों को वापस ले, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। सरकार की ओर से किसानों को प्रस्ताव दिया गया है कि वह डेढ से दो साल उस पर रोक लगाने को तैयार है।

पश्चिम उत्तरप्रदेश में ट्रैक्टर-ट्राली को डीजल देने पर रोक

किसान गणतंत्र परेड में कम से कम ट्रैक्टर ट्राली शामिल हो सकें इसके लिए पश्चिम उत्तरप्रदेश में सख्ती कर दी गयी है। पेट्रोल पंपों को आदेश दिया गया है कि वे सोमवार से ट्रैक्टरों व ट्रालियों को डीजल नहीं दें। इसको लेकर पश्चिम उत्तरप्रदेश के स्थानीय अखबारों में खबर छपी है कि जिला पूर्ति पदाधिकारी ने पेट्रोल पंपों को ट्रैक्टर ट्राली को डीजल नहीं देने का निर्देश जारी किया है।








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