भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में NIA ने DU के एसोसिएट प्रोफेसर हेनी बाबू को किया गिरफ्तार
दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भीमा कोरेगांव हिंसा के मामले में दिल्ली विश्वविद्याल के एसोसिएट प्रोफेसर हेनी बाबू गिरफ्तार किया है। उनपर नक्सल और माओवादी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए प्रचार करने का आरोप है। हेनी बाबू को बुधवार को मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा जहां एनआईए उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी।
हेनी बाबू दिल्ली से सटे गौतम बुद्ध नगर में रहते हैं। वह दिल्ली विश्वविदयालय के अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर हैं। एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया की मामले की जांच के दौरान तथ्य सामने आने पर हनी बाबू को गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला महाराष्ट्र के पुणे जिले के शनिवारवाड़ा में कबीर कला मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित एल्गार परिषद के दौरान लोगों को भड़काने और भड़काऊ भाषण देने के संबंध में पहले महाराष्ट्र पुलिस ने दर्ज किया था।
आरोप है कि इस मंच से विभिन्न जाति समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले बयान हुए और जिसके चलते हिंसा हुई जिसके परिणाम स्वरूप जान और माल की हानि हुई इस घटना के बाद महाराष्ट्र में राज्यव्यापी आंदोलन भी हुआ था।
पुणे पुलिस ने इस मामले में 15 नवंबर 2018 और 21 फरवरी 2019 को आरोप पत्र और एक पूरक आरोप पत्र दाखिल किया बाद में मामला जांच के लिए एनआइए को सौंप दिया गया। इस मामले में 24 जनवरी 2020 को एनआईए ने अपनी जांच शुरू की। जांच के दौरान तथ्य सामने आने पर एनआईए ने इस मामले में आरोपी आनंद तेलतुंबडे और गौतम नवलखा को गिरफ्तार कर लिया।