सुदर्शन न्यूज के मालिक ने उड़ाया अदालत के स्टे आर्डर का मखौल, कहा मुझे नहीं मिली आदेश की कॉपी
नीले कुर्ते में बंदूक के साथ सुरेश चव्हाणके।
जनज्वार। सुदर्शन न्यूज के संपादक सुरेश चव्हाणके ने अपने चैनल पर यूपीएससी परीक्षा में मुसलिमों की भागीदारी पर विवादित कार्यक्रम के प्रसारण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सुरेश चव्हाणके ने एक ट्वीट कर कहा है कि आज राज आठ बजे शो होगा, कुछ लोग हाइकोर्ट द्वारा स्टे लगाने को लेकर पोस्ट कर रहे हैं। लेकिन, हमारे पास अधिकृत रूप से कोई नोटिस आता है तो आठ बजे पढकर बताएंगे।
सुरेश चव्हाणके ने इसके बाद रात आठ बजे अपने चैनल पर एक कार्यक्रम का प्रसारण किया जिसको लेकर उन्होंने ट्विटर पर कहा कि विश्व के इतिहास में पहली बार किसी शो के प्रसारण से पहले रोक लगी। उन्होंने कहा कि सावरकर की पुस्तक पर भी छपने से पहले बैन लगा दिया गया था। बैन अब सुरेश और सुदर्शन पर लगा है।
विश्व के इतिहास में पहली बार किसी शो के प्रसारण से पहले लगी रोक. सावरकर की पुस्तक पर भी छपने से पहले लगा था बैन अब अब सुरेश और सुदर्शन. #सुरेश_चव्हाणके_आगे_बढ़ो https://t.co/bOmzOZdLBo
— Suresh Chavhanke "Sudarshan News" (@SureshChavhanke) August 28, 2020
इससे पहले दिल्ली हाइकोर्ट ने आज सुदर्शन न्यूज के इस कार्यक्रम के प्रसारण पर रोक लगा दी थी। अदालत ने यह स्टे आर्डर जामिया मिल्लिया इस्मालिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया था।
आज रात 8 बजे शो होगा. सोशल मीडिया पर कुछ लोग हाईकोर्ट द्वारा स्टे लगाने की पोस्ट कर रहे हैं, लेकिन हमारे पास ऐसी कोई नोटिस अधिकृत तौर पर नही आई.
— Suresh Chavhanke "Sudarshan News" (@SureshChavhanke) August 28, 2020
इसलिए आप लोग 8 बजे शो देखें. अगर नोटिस आती है तो उसे पढ़ कर हम 8pm अपना पक्ष बताएंगे. Download Mobile App, Live 8pm & 11pm #UPSC_Jihad
अदालत में इस मामले की सुनवाई के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि उसे सुदर्शन न्यूज पर 28 अगस्त को रात आठ बजे प्रसारित होने वाले प्रोग्राम के बारे में शिकायतें मिली हैं और मंत्रालय न्यूज चैनल को नोटिस जारी कर इस बारे में जवाब मांगेगा।
गुरुवार को सुदर्शन न्यूज के इस कार्यक्रम के प्रोमो का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था जिसकी बहुत सारे लोगों ने निंदा की थी। इस वीडियो में सुरेश चव्हाणके आइएएस परीक्षा में मुसलिमों के चयन पर सवाल उठाते दिख रहे थे।
सुरेश चव्हाणके ने अपने कार्यक्रम के प्रोमो में कहा था कि 28 अगस्त को वे कार्यपालिका के सबसे बड़े पदों पर मुसलिमों की घुसपैठ का पर्दाफाश करेंगे। इस प्रोमो का आइपीएस अधिकारियों के संगठन ने भी निंदा की और इसे गैर जिम्मेदार पत्रकारिता बताया। वहीं, कांग्रेस के समर्थक तहसीन पूनावाला ने इसको लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी। जामिया के छा़त्रों की ओर से भी इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी।