किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन के क्रम में कई इलाकों में हो रहे प्रदर्शन, बिहार में पप्पू यादव की पार्टी सड़क पर उतरी
जनज्वार। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का रेल रोको आंदोलन आज चल रहा है। इस क्रम में कई जगहों से किसानों के प्रदर्शन की खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड में गुरुवार को रेल रोको आंदोलन के समर्थन में धरना और प्रदर्शन किया गया।
बिहार में भी जन अधिकार पार्टी ने कृषि कानून और बढ़ती महंगाई के खिलाफ रेल चक्का जाम किया। जन अधिकार पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पटना के सचिवालय हाल्ट पर रेल चक्का जाम करते हुए प्रदर्शन किया।
उधर किसानों के विभिन्न संगठन रुड़की रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। करीब 20 मिनट बाद एएसडीएम पूरण सिंह राणा को ज्ञापन देकर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
पुलिस-प्रशासन ने रेलवे स्टेशन और आसपास क्षेत्र में पुलिस की तैनाती की गई थी। वहीं ऊधमसिंह नगर के बाजपुर रेलवे स्टेशन पर भी किसानों ने धरना दिया।
किसानों के रेल रोको अभियान को देखते हुए दिल्ली मेट्रो के टिकरी बॉर्डर, पंडित श्रीराम शर्मा, बहादुरगढ़ सिटी और ब्रिगेडियर होशियार सिंह मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट बंद किए गए हैं
उधर चार घंटे लंबे इस रेल रोको आंदोलन में हरियाणा के सोनीपत, अंबाला और जींद में किसान पटरियों पर बैठ गए हैं। इसमें महिलाएं भी शामिल हैं। कुरक्षेत्र में गीता जयंती एक्सप्रेस ट्रेन को भी रोका गया है।
उधर, हरियाणा के चरखी दादरी में किसानों के लिए खाने-पीने का प्रबंध किया गया। वहीं धरनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को भी खिलाया गया।
इधर आंदोलन को देखते हुए देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रेलवे ने पंजाब, हरियाणा, यूपी, पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही रेलवे सुरक्षाबलों की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की है।
एक ओर भारतीय किसान यूनियन ने जहां अपील की है कि आंदोलन को शांतिपूर्ण रखा जाए, वहीं देश के कई राज्यों में पुलिस अलर्ट है। कई संवेदनशील जिलों में स्टेशनों के बाहर पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है।