गोदी मीडिया ने POK में सेना की 'एयर स्ट्राइक' की फर्जी खबर फैलाई, ट्विटर यूजर्स बोले माफी मांगो
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर 'पिनप्वाइंट स्ट्राइक' करने वाली रिपोर्टों को खारिज कर दिया है। बता दें कि समाचार एजेंसी पीटीआई अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा था कि कड़ाके की सर्दी पड़ने से पहले भारत में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के जवाब में भारतीय सेना पीओके में संदिग्ध ठिकानों पर 'पिनप्वाइंट स्ट्राइक' की है।
पीटीआई के अलावा तमाम वेरीफाइट टीवी एकंर्स ने भी एयरस्ट्राइक करने की बात कही थी। हालांकि सेना की ओर से तब तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई थी। लेकिन माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर भारतीय सेना, एयर स्ट्राइक आदि कई हैशटैग ट्रेंड कराए जाने लगे। सेना की ओर से रिपोर्टें खारिज होने के बाद मीडिया के एक धड़े की खूब किरकिरी हो रही है। ट्विटर पर इस वक्त 'फर्जी गोदी मीडिया माफी मांगो' टॉप ट्रेंड है।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर लिखा, 'वे फर्जी खबरें क्यों फैलाते हैं? क्या वे उसके लिए भुगतान पाते हैं? इनमें से कुछ एंकरों ने बेशर्मी से इतना कम किया है।'
Why do they spread fake news? Do they get paid for that? Some of these anchors have shamelessly stooped so low.#airstrike#फर्जी_गोदी_मीडिया_माफी_माँगों pic.twitter.com/7xwOShm5J0
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) November 20, 2020
लेखक और ब्लॉगर हंसराज मीणा ने अपने ट्वीट में लिखा, हमारी भावनाओं से खिलवाड़ करना बंद करें। गो मीडिया माफी मांगो।
stop playing with our emotion.#फर्जी_गोदी_मीडिया_माफी_माँगों
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) November 20, 2020
एक यूजर ने लिखा, 'टीवी चैनलों के पत्रकारों को फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में जेल क्यों नहीं जाना चाहिए, जो इस तरह के युद्ध छेड़ने के लिए जिम्मेदार होंगे।'
Why shouldn't TV channels
— Yogesh Meena (@YogeshM39) November 20, 2020
its reporters be jailed for spreading
fake news, who would be responsible for such war mongering @HansrajMeena#फर्जी_गोदी_मीडिया_माफी_माँगों pic.twitter.com/ft9tKYlBEd
पीओके में आतंकियों ठिकानों निशाना बनाने वाली रिपोर्टों के बाद भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि एलओसी पर आज किसी भी तरह की फायरिंग नहीं हुई है। भारतीय सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने बताया, ''एलओसी के पार पीओके में भारतीय सेना की कार्रवाई की रिपोर्ट्स फर्जी हैं।''
इससे पहले, पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि कि बीते कुछ हफ्तों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में मदद के उद्देश्य से पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ के असैन्य क्षेत्रों को लगातार मोर्टार और अन्य भारी हथियारों से निशाना बना रही है।