डॉ. मनमोहन सिंह ने मोदी को दे डाली नसीहत, कुछ बोलने से पहले सोचें समझें
जनज्वार ब्यूरो। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प के बाद केंद्र की मोदी सरकार सवालों के बीच घिर गई है। वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी उन्हें कुछ कहने से पहले सोचने की नसीहत दे डाली है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने चीन के मसले पर पहली बार टिप्पणी करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा, रणनीति और सीमाओं के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोच समझकर ही कोई बयान देना चाहिए। उन्हें सावधान रहना चाहिए कि इन मामलों में उनकी बातों का क्या असर पड़ेगा। पूर्व प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी शुक्रवार हुई सर्वदलीय बैठक के बाद आज सामने आयी है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार को कुछ बड़े कदम उठाने चाहिए, ताकि हमारी सीमाओं की सुरक्षा में शहीद हुए जवानों को न्याय मिल सके। सरकार ने कोई कमी छोड़ दी तो यह देश की जनता से विश्वासघात होगा।
उन्होंने आगे कहा कि हम ऐतिहासिक मोड़ पर हैं। इस वक्त सरकार के फैसले और कार्रवाई से यह तय होगा कि आने वाली पीढ़ियों की हमारे बारे में क्या राय होगी? हमारी लीडरशिप को जिम्मेदारियां उठानी पड़ती हैं। भारतीय लोकतंत्र में यह जिम्मेदारी प्रधानमंत्री ऑफिस की होती है।
मनमोहन ने कहा कि चीन ने 2000 से लेकर आज तक गलवान वैली और पैंगोंग झील में कई बार जबरन घुसपैठ की है। हम उसकी धमकियों और दबाव के आगे नहीं झुकेंगे और ना ही देश की अखंडता से कोई समझौता करेंगे। प्रधानमंत्री को अपने बयान से उनकी साजिश के रवैए को बढ़ावा नहीं देनी चाहिए। साथ ही तय करना चाहिए कि हालात और ज्यादा गंभीर नहीं हों।