एक युग का अंत: पंचतत्व में विलीन हुए रामविलास पासवान, चिताग्नि देने के बाद बेसुध हुए चिराग
जनज्वार ब्यूरो, पटना। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पंचतत्व में विलीन हो गए हैं।पटना के दीघा स्थित जर्नादन घाट पर परंपरा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे चिराग पासवान ने पिता को मुखाग्नि दी। लेकिन इस दौरान वह बेसुध से हो गए। घाट पर देश और राज्य के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। नम आंखों से हजारों की भीड़ ने अपने नेता को अंतिम विदाई दी। इसके साथ ही राजनीति के एक युग का अंत हो गया।
जनार्दन घाट पर चिराग पासवान कभी अपनी मां को संभाल रहे थे तो कभी पिता की याद में भावुक हो जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने मुखाग्नि दी, वे बेसुध होकर गिर गए, इस दौरान मौजूद लोगों ने चिराग को उठाया।
इससे पहले पटना के एसके पुरी स्थित रामविलास के आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में हजारों लोगों की भीड़ साथ-साथ चल रही थी। पटना की सड़कों पर भावुक कर देनेवाला दृश्य था।
रामविलास पासवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, अश्विनी कुमार चौबे, मंगल पांडेय, रामकृपाल यादव, महेश्वर हजारी समेत कई पार्टियों के तमाम छोटे-बड़े नेता मौजूद थे।
जनार्दन घाट पर भी अंतिम संस्कार से पहले सीएम नीतीश कुमार, सुशील कुमार मोदी, तेजस्वी यादव, रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, मंगल पांडेय समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद रामविलास पासवान का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
अपने नेता की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जनार्दन घाट पर पहुंची हुई थी। बिहार के कई जिलों से एलजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे हुए थे। घाट पर भीड़ कंट्रोल करने के लिए बैरिकेडिंग किया गया था, लेकिन लोग अपने नेता को करीब से देखना चाहते थे। इस दौरान बैरिकेडिंग को तोड़ आगे बढ़ गए। वहां मौजूद पुलिसकर्मी किसी तरह भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे थे।