Farmers Protest : भाजपा के पूर्व मंत्री को आंदोलनकारी किसानों ने बनाया बंधक, नारनौंद और रोहतक में BJP नेताओं का बहिष्कार
(भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाते किसान। फोटो वाया सोशल मीडिया)
Farmers Protest : केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा बीते वर्ष 2020 में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ आक्रोशित किसानों का आंदोलन जारी है। एक साल से जारी आंदोलन के बाद भी सरकार और किसान के बीच इन कानूनों पर सहमति नहीं बन पायी है। लिहाजा सत्ताधारी भाजपा के नेताओं (BJP Leaders) को गुस्साए किसानों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा नेताओं का तो इन दिनों गांवों में प्रवेश करना भी मुश्किल हो गया है। कहीं काले झंडे दिखाकर उनका बहिष्कार किया जा रहा है तो कहीं पिटाई के बाद भगा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज हरियाणा के नारनौंद में भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का बहिष्कार किया गया।
आरोप है कि आंदोलनकारी किसानों (Farmers) ने कथित तौर पर भाजपा सांसद की कार पर हमला किया। वहीं दूसरी ओर रोहतक जिले के किलोई गांव में भाजपा नेताओं को बंधक बनाकर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया गया। खबरों के मुताबिक रोहतक में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने राज्य के पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर (Manish Grover) समेत कई भाजपा नेताओं को गांव के एक मंदिर में कथित तौर पर बंधक बना लिया। प्रदर्शनकारियों ने इन नेताओं की गाड़ियों की हवा भी निकाल दी। वहीं सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष प्रीत सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने इन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने और एमएसपी पर कानून बनने तक भाजपा-जजपा नेताओं के बहिष्कार का आह्वान किया है। यह जानते हुए भी कि गांवों में उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाता है, ये नेता ग्रामीणों की अनुमति लिए बिना यहां आए। हमारी मांग है कि वे ग्रामीणों से माफी मांगे और दोबारा ऐसा न करें।
Haryana | Farmers stage protest against the BJP leaders in Rohtak's Kiloi
— ANI (@ANI) November 5, 2021
Samyukt Kisan Morcha has called for a boycott of BJP-JJP party leaders till these 3 farms laws are repealed and law is made on MSP: Preet Singh, District President, Akhil Bhartiya Kisan Sabha pic.twitter.com/3JdbtDFadC
इससे पहले नारनौंद में भाजपा सांसद जांगड़ा को गुस्साए किसानों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी ने कथित तौर पर लाठियां मारकर उनकी कार का शीशा तोड़ दिया। सांसद जांगड़ा को काले झंडे भी दिखाए गए। हालांकि उन्हें इस दौरान किसी तरह की चोट नहीं आई है लेकन उन्होंने 'घटना को हत्या स्पष्ट प्रयास' बताया है।
पुलिस के मुताबिक नारनौंद में काले झंडे लेकर प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने जांगड़ा का मार्ग अवरुद्ध किया। हालांकि बाद में खुलवाया गया जिससे राज्यसभा सदस्य को आगे बढ़ने दिया गया।
घटना के बाद जांगड़ा ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बताया कि घटना के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि वह अपने एक कार्यक्रम के बाद दूसरे समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे तभी कुछ शरारती तत्वों ने उनकी कार पर लाठियों से प्रहार किया।
बता दें कि सितंबर 2020 में तीन कृषि कानून संसद में पारित किए गए थे। इसके बाद पंजाब और हरियाणा के गांवों में किसान प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन इसके बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने नवंबर 2020 में दिल्ली की ओर कूच किया। तबसे वह तीनों कानूनों को निरस्त करने और फसलों पर एमएसपी की गारंटी की मांग कर रहे हैं। किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं।