Farmers Protest : मोदी सरकार को झुकाने के बाद दिल्ली बॉर्डर से किसानों की घर वापसी शुरू, 15 दिसंबर तक खाली होगा यूपी गेट
किसान आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद दिल्ली बॉर्डर से घर वापसी की प्रक्रिया शुरू।
Farmers Protest : कृषि कानूनों ( Farm Laws ) पर मोदी सरकार ( Modi Government ) को झुकाने के बाद दिल्ली बॉर्डर ( Delhi Border ) से किसानों ने घर वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लगभग 13 माह बाद आंदोलनरत किसान दिल्ली बॉर्डर से घर लौट रहे हैं। आंदोलन समाप्ति के बाद से सिंघु बॉर्डर ( Singhu Border ) सहित दिल्ली बॉर्डर के अन्य स्थानों पर डटे किसानों के बीच हलचल बढ़ गई है। सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर अतिरिक्त ट्रैक्टर ट्रॉली भी देखने को मिली है। आज देशभर के किसान कृषि कानूनों की वापसी ( Farm Laws Repeal ) और अन्य शर्तें केंद्र सरकार द्वारा मानने की खुशी में विजय दिवस ( Vijay Diwas ) मनाएंगे। वहीं पंजाब सरकार ने घर लौटने वाले किसानों का दिल खोलकर स्वागत करने का फैसला लिया है।
किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि वे अराजकता से बचने के लिए शनिवार की सुबह एक बार में नहीं निकलेंगे और कुछ क्षेत्र को खाली करने के लिए रुके रहेंगे। इस बीच अन्य लोगों ने कहा कि उन्हें और ट्रैक्टर ट्रॉलियों के आने का इंतजार है। अमृतसर के हरपाल सिंह ने कहा कि बड़े टेंटों को हटाने में एक या दो दिन लगेंगे और हमें अपना सामान वापस लेने के लिए कम से कम दो ट्रकों की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि उनके गांव के लोग पहले ही दिल्ली के लिए निकल चुके हैं।
दिल्ली बॉर्डर पर आज किसान निकालेंगे मार्च
इस बीच किसानों को निर्देश दिया गया है कि ट्रकों में ही अपना सामान भेजने की कोशिश करें। शनिवार सुबह ट्रैक्टर और ट्रकों पर एक संयुक्त मार्च निकाला जाएगा। उसके बाद किसान टुकड़ों में घर वापसी करेंगे। किसानों के एक साथ निकलने से अराजकता उत्पन्न होने की संभावनाओं को देखते हुए टुकड़ों में घर वापसी का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत ट्रक नियमित अंतराल पर निकलेंगे। घर वापसी का अंतिम लक्ष्य 13 दिसंबर है। सभी किसानों को पहले स्वर्ण मंदिर पहुंचना है।
सामान पैक, वापसी तैयारी पूरी
पंजाब के सरहिंद के कुलतार सिंह का कहना है कि हमारा अधिकांश सामान पैक हो चुका है। केवल कुछ मुट्ठी भर बड़े तंबू बरकरार रखे गए हैं। ताकि लोग वहां रात में सो सकें। कई सौ किलो में मौजूद भोजन अब ट्रकों में लाद दिया गया है।
19 नवंबर को पीएम ने की थी कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi ) ने 19 नवंबर को घोषणा की थी कि उनकी सरकार विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस ले लेगी। इसके बाद संसद में उन्हें 29 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों ( Farm Laws Repeal ) को निरस्त कर दिया गया। एसकेएम ( SKM ) ने 9 नवंबर को केंद्र के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद किसान आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की थी। घोषणा के मुताबिक आज से किसानों का घर लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन 26 नवंबर, 2020 से जारी था। करीब 13 माह तक देश का सबसे लंबा किसान आंदोलन चला और सरकार के झुकने के बाद यह समाप्त हुआ।