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राष्ट्रीय

असम के 21 जिलों में बाढ का खतरा, 20 हजार लोग राहत कैंप में, अबतक 18 की मौत

Janjwar Desk
28 Jun 2020 4:44 AM GMT
असम के 21 जिलों में बाढ का खतरा, 20 हजार लोग राहत कैंप में, अबतक 18 की मौत
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File Photo.
बिहार और असम बाढ से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले राज्य हैं। असम में करीब 20 हजार लोग इन दिनों बाढ की वजह से राहत कैंप में रह रहे हैं...

जनज्वार। बिहार के कोसी इलाके में बाढ के खतरों की खबरें इन दिनों मीडिया में सुर्खियां बनी हुई हैं। लेकिन, सिर्फ बिहार ही नहीं देश के कई दूसरे हिस्सों में मानसून की शुरुआती बारिश से ही भारी जल जमाव व बाढ का खतरा उत्पन्न हो गया है। असम बुरी तरह बाढ से प्रभावित हुआ है।

भारी बारिश से से असम के 21 जिलों के चार लाख 60 हजार लोग बाढ से प्रभावित हुए हैं। 132 राहत कैंप में करीब 20 हजार लोगों को रखा गया है। तिनसुकिया में 53 व डिब्रूगढ में 41 राहत कैंप बनाए गए हैं। धीमाजी व गोअलपारा में आठ-आठ कैंप बनाए गए हैं। राज्य के प्रमुख शहर डिब्रूगढ में भी बाढ का खतरा बना हुआ है। डिब्रूगढ के 22 वार्ड के अंदर पानी घुस चुका है। पानी 33 जिलों वाले असम में इस साल 22 मई को मानसून के प्रवेश के बाद से हुई भारी बारिश व बाढ जैसे हालात में 18 लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार को दो और लोगों की मौत हो गयी।

सेंट्रल वाटर कमीशन के अनुसार, राज्य की सभी महत्वपूर्ण नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ऐसा पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से हुआ है। मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि मंगलवार तक उत्तर पूर्व में भारी बारिश का खतरा रहेगा।

अधिकारियों की परेशानी यह है कि राज्य में कोरोना के माममले बढने के साथ बाढ का खतरा भी बढता जा रहा है। आठ जिलों में बाढ के खतरे को लेकर एनडीआरएफ की टीम तैनात की गयी है। असम के बाढ से प्रमुख रूप से प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, उदलगुरी, दर्रांग, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगईगांव, कोकराझार, दक्षिण सालमारा, गोलपारा, कामरूप, मोरीगांव, नागांव, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़ व तिनसुकिया शामिल हैं।

असम में बाढ के कारण 37,313 हेक्टेयर भूमि पर लगी खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। ब्रह्मपुत्र नदी असम में कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

उधर, तिनसुकिया जिले के बागजान में जहां गैस के कुएं में आग लगी है, वहां आग बुझाने के लिए लगाए गए पंप पानी में डूब गए हैं।

उधर, महाराष्ट्र के बुलढाना जिले के संग्रामपुर की में भी बाढ का खतरा उत्पन्न हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने अपने ट्विटर एकाउंट पर इसकी तसवीरें जारी की है।


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