The Kashmir Files पर भड़के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, फिल्म को बताया झूठ का पुलिंदा
The Kashmir Files की सफलता पर नेताओं के साथ स्टेज शेयर करना अलग बात है, पर इसकी कमाई से चैरिटी की उम्मीद बेमानी
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से फिल्म द कश्मीर फाइल्स ( The Kashmir Files ) फिल्म को विवाद चरम पर है्। अब इसको लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ( Omar Abdullah ) भी भड़क गए हैं। उमर ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा करार दिया है। उन्होंने कहा कि यदि यह व्यावसायिक फिल्म होती तो कोई बात नहीं थी। खास बात यह है कि फिल्म के निर्माता वास्तविकता दिखाने का दावा करते हैं जो कि सरासर गलत है।
उमर अब्दुलला ( Omar Abdullah ) का कहना है कि कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों ( Kashmiri pandits ) के खिलाफ हुई हिंसक घटना उस समय हुई जब केंद्र में भाजपा के समर्थन वाली वीपी सिंह की सरकार थी। उसी समय कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा। उस समय वहां राज्यपाल का शासन लगा दिया गया था।
फिल्म बनाने वाले नहीं चाहते कश्मीरी पंडित लौटें घाटी
पूर्व मूख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ( Omar Abdullahb ) ने कहा कि कश्मीरी पंडित ( Kashmiri pandits ) आतंकवाद के शिकार हुए। इसका सबको दुख है, लेकिन मुसलमानों और सिखों को भी बंदूक की नोक पर रखा गया। उनके बलिदान को भूलना नहीं चाहिए। उनका वापस आना भी अभी बाकी है। देश में ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि वे वापस आ सकें। फिलहाल जिसने यह फिल्म बनाई है वह नहीं चाहते कि कश्मीरी पंडित वापस आएं।
बता दें कि इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवेसी और उमर अब्दुल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला इसकी जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच कमिशन के गठन की मांग कर चुके हैं। ताकि की थी जो कि कश्मीरी पंडितों को पलायन से जुडे तथ्यों को सामने लाए। घटना के दौरान राज्य में फारूक अब्दुल्ला मुख्यमंत्री थे और महबूबा मुफ्ती के पिता मुफ्ती मोहम्मद सैयद केंद्र में गृह मंत्री थे। कांग्रेस सहित कई पार्टियों ने आरोप लगाया है कि फिल्म केवल मुस्लिमों के खिलाफ घृणा फैलाने का काम कर रही है।
विवादों के बीच कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार और मजबूरन पलायन को दिखाने वाली फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files ) 100 करोड़ी क्लब में शामिल हो गई है। एक तरफ जहां लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इसकी जमकर आलोचना भी हो रही है।