छह साल से कौमा में रहे पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह का 82 वर्ष की उम्र में निधन
जनज्वार। वाजपेयी सरकार के प्रभावी चेहरा रहे पूर्व विदेश मंत्री व पूर्व भाजपा नेता जसवंत सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया। जसवंत सिंह छह साल से कौमा में थे । 2014 में उन्हें दिल्ली के आर्मी अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार होने के बाद भर्ती कराया गया था। तब से डाॅक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था।
जसवंत सिंह भाजपा के संस्थापक सदस्यों में थे। वे अपने राजनैतिक जीवन में अटल युग के बाद पार्टी से मतभेदों के बाद अलग बाहर भी हुए और फिर वापस भी आए। उनके निधन के संबंध में बयान जारी करते हुए दिल्ली के आर्मी अस्पताल ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का रविवार सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। उन्होंने जून में भर्ती कराया गया था और सेप्सिस के साथ मल्टीआॅर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था। अस्पताल के अनुसार, उनका निधन कार्डियक अरेस्ट के बाद हुआ। हालांकि उनकी कोविड जांच निगेटिव थी।
Major Jaswant Singh (Retd), former Cabinet Minister, passed away at 6:55 am today. He was admitted on 25 June & was being treated for Sepsis with Multiorgan Dysfunction Syndrome. He had a cardiac arrest this morning. His COVID status is negative: Army Hospital (R&R), Delhi pic.twitter.com/GEi404GbQj
— ANI (@ANI) September 27, 2020
जसवंत सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि जसवंत सिंह ने पहले सैनिक के रूप में और फिर राजनीति में आकर लंबे समय तक देश की सेवा की। पीएम मोदी ने कहा है कि वाजपेयी शासनकाल में उन्होंने विदेश, वित्त व रक्षा जैसे अहम मंत्रालयों के मंत्री के रूप में अपनी मजबूत छाप छोड़ी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि जसवंत सिंह ने रक्षामंत्री सहित देश के कई अहम पदों पर देश की की सेवा की। मंत्री और सांसद के रूप में उनका कार्यकाल शानदार रहा है। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। राजनाथ सिंह ने उनके परिवार और शुभचिंतकों के लिए संवेदना प्रकट की।
Shri Jaswant Singh ji would be remembered for his intellectual capabilities and stellar record in service to the nation. He also played a key role in strengthening the BJP in Rajasthan. Condolences to his family and supporters in this sad hour. Om Shanti.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 27, 2020
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जसवंत सिंह को परमाणु शक्ति वाले भारत की विदेश नीति तैयार करने के लिए खासतौर पर याद किया जाएगा। विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने भारतीय कूटनीतिज्ञों से शानदार काम कराया।