फ्रांसीसी पत्रिका चार्ली हेब्दो का हिंदुत्व पर कटाक्ष, कहा भारत में 33 करोड़ देवी-देवता फिर भी ऑक्सीजन की कमी
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जनज्वार ब्यूरो। फ्रांस की जानी-मानी साप्ताहिक पत्रिका शार्ली एब्दो ने भारत के हिंदुत्व पर एस संकट के समय गहरा कटाक्ष किया है। पत्रिका ने अपने कार्टून के जरिए लिखा है कि भारत में 33 करोड़ देवी देवता हैं मगर उनमें से एक भी ऑक्सीजन का उत्पादन करने में सक्षम नहीं है।
लेखक देवदत्त पटनायक ने पत्रिका के कार्टून को शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि 'याद कीजिए कि कैसे हिंदुत्व ने चार्ली हेब्दो को इस्लामवादियों के साथ खड़े होने और पैगंबर मुहम्मद का मजाक उड़ाने के लिए समर्थन किया था ... ठीक है, यह है कि चार्ली हेब्दो भारत की ऑक्सीजन की कमी के बारे में कैसे बात करता है ... क्षमा करें, हिंदुत्व ... कोई भी आपसे प्यार नहीं करता है।'
Remember how Hindutva supported Charlie Hebdo for standing up to Islamists and making fun of Prophet Muhammad... well, this is how Charlie Hebdo talks about India's oxygen shortage... sorry, Hindutva... no one loves you. pic.twitter.com/DOnmbl2g7a
— Devdutt Pattanaik (@devduttmyth) May 13, 2021
अपने दूसरे ट्वीट में पटनायक लिखते हैं 'मूर्ख लोग हिंदु धर्म को हिंदुत्व के साथ भ्रमित करते हैं। उन लोगों को स्वीकार करें जिनके पास हिम्मत है कि वे मूर्ख हैं। बंद कर दिया eyesFolded handsFolded हाथों से चेहरा चुंबन। हिंदू धर्म = राजधर्म, समृद्धि और लोगों की शांति के लिए हिंदू ज्ञान का उपयोग करें। हिंदुत्व = रजनीति, हिंदू देवताओं, मंदिरों और अनुष्ठानों का उपयोग करके चुनाव जीतने पर ध्यान केंद्रित करती है।'
Stupid people confuse Hindu Dharma with Hindutva.
— Devdutt Pattanaik (@devduttmyth) April 24, 2021
Admire people who have guts to admit they are stupid.
😚🙏🙏
Hindu Dharma = Rajdharma, use Hindu wisdom for prosperity & peace of people
Hindutva = Rajniti, focus on winning elections by using Hindu gods, temples and rituals
पटनायक अपने तीसरे ट्वीट में पीएम मोदी की मन की बात को इंवर्टेड कॉमा करते हुए लिखते हैं कि 'Twitter आपको "mann ki baat" भी करने की अनुमति देता है .... बस उत्तर बंद करें ... यह कुछ रहस्यमय कारणों से हिंदुत्व को परेशान करता है।'
Twitter allows you to do "mann ki baat" too....just shut the replies... it irritates Hindutva for some mysterious reason
— Devdutt Pattanaik (@devduttmyth) May 13, 2021
गौरतलब है कि फ्रांस की इस पत्रिका का 1981 में, प्रकाशन बंद हो गया था, लेकिन 1992 में पत्रिका को पुनर्जीवित किया गया था। पत्रिका हर बुधवार को प्रकाशित होती है, जिसमें एक विशेष आधार पर जारी किए गए विशेष संस्करण होते हैं।