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गजब है भाई! PM बनने के लिए कोई योग्यता नहीं, Modi का कार्यक्रम कवर करने के लिए पत्रकारों का चरित्रवान होना जरूरी

Janjwar Desk
4 Oct 2022 7:56 AM GMT
गजब है भाई! पीएम बनने के लिए कोई योग्यता नहीं है, मोदी का कार्यक्रम कवर करने के लिए पत्रकारों का चरित्रवान होना जरूरी
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गजब है भाई! पीएम बनने के लिए कोई योग्यता नहीं है, मोदी का कार्यक्रम कवर करने के लिए पत्रकारों का चरित्रवान होना जरूरी

Bilaspur News : बिलासपुर में पीएम ( PM Modi ) के कार्यक्रम को वही पत्रकार ( Journalist ) कवर करेंगे जो वहां के पुलिस अधिकारी ( DSP ) को चरित्र प्रमाण पत्र ( Charitra Praman Patra ) देंगे। ऐसा न करने पर वो पीएम का कार्यक्रम कवर नहीं कर पाएंगे।

Bilaspur News : अभी तक देश के किसी भी गणमान्य व्यक्ति के कार्यक्रम को कवर करने के लिए तय योग्यता की परंपरा नहीं है। न ही भारतीय संविधान में इसका कोई उल्लेख है कि पीएम के कार्यक्रम को कवर करने वाले पत्रकार की योग्यता क्या होनी चाहिए, लेकिन पीएम मोदी ( PM Modi ) हिमाचल प्रदेश ( Himachal Pradesh ) में इस मामले में एक नई परंपरा की शुरुआत करने जा रहे हैं। वो भी बिना किसी कानूनी प्रावधान के। इसके लिए जरूरी आदेश भी जारी कर दिया गया है। खास बात यह है कि उक्त आदेश पर बिलासपुर ( Bilaspur ) के जिला अधिकारी अमल भी कर रहे हैं।

चरित्र प्रमाण पत्र सभी के लिए अनिवार्य

दरअसल, पांच अक्टूबर यानि विजयादशमी के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक कार्यक्रम है। बिलासपुर में पीएम के कार्यक्रम को वही पत्रकार कवर करेंगे जो वहां के पुलिस अधिकारी ( DSP ) को चरित्र प्रमाण पत्र देंगे। ऐसा न करने पर वो पीएम का कार्यक्रम कवर नहीं कर पाएंगे। चाहे वो सरकारी या गैर सरकारी किसी भी मीडिया संस्थान के प्रतिनिधि क्यों न हों?

पीएम का यह कार्यक्रम बिलासपुर में 24 सितंबर को होना था। पीएम की रैली खराब मौसम के कारण रद्द होने के बाद पांच अक्टूबर को होनी है। हिमाचल में सभी की निगाहें प्रधानमंत्री की यात्रा पर टिकी हैं। इस कार्यक्रम को कवर करने के लिए सभी पत्रकारों ( Patrakaar ) को सुरक्षा पास के लिए एक चरित्र प्रमाण पत्र ( Charitra Praman Patra ) प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। जिला प्रशासन के इस आदेश ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। चूंकि, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, इसलिए ताजा आदेश को लेकर विवाद होना भी वाजिब है। अहम सवाल यह है कि आखिर चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता क्यों पड़ी, कार्यक्रम करने के लिए सबसे अहम तो सुरक्षा पहलू होता है।

यह आदेश न केवल निजी स्वामित्व वाले प्रिंट, डिजिटल और समाचार टेलीविजन पत्रकारों के लिए जारी किया गया बल्कि ऑल इंडिया रेडियो (AIR) और दूरदर्शन सहित राज्य द्वारा संचालित मीडिया के प्रतिनिधियों को भी चरित्र सत्यापन के प्रमाण पत्र लाने के लिए कहा गया है। इस मुद्दे पर पुलिस द्वारा 29 सितंबर, 2022 को एक आधिकारिक अधिसूचना भी जारी की गई थी।

बिलासपुर ( Bilaspur ) जिला जनसंपर्क अधिकारी (डीपीआरओ) को सभी प्रेस संवाददाताओं, फोटोग्राफरों, वीडियोग्राफरों और दूरदर्शन और आकाशवाणी की टीमों की सूची के साथ-साथ "उनके चरित्र सत्यापन का प्रमाण पत्र" की आपूर्ति करने के लिए कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि चरित्र सत्यापन का प्रमाण पत्र पुलिस उपाधीक्षक, सीआईडी, बिलासपुर के कार्यालय को 1 अक्टूबर, 2022 तक पत्रकार जमा करा सकते हैं। रैली या बैठक में उनकी पहुंच इस कार्यालय द्वारा तय की जाएगी।

CID वाले इस बार यही मांग रहे हैं

बिलासपुर जिला संपर्क अधिकारी कुलदीप गुलेरिया ने माना है कि पत्रकारों से चरित्र प्रमाण पत्र मांगा गया है। डीपीआरओ बिलासपुर ने सुरक्षा पास जारी करने के लिए आधिकारिक पहचान पत्र स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य है। उन्होंने पत्रकारों के डिजिटल आईडी कार्ड पर आधिकारिक मुहर लगाने की भी मांग की। यह औपचारिकता सभी के लिए अनिवार्य है। एसपी और सीआईडी ​​विभाग चरित्र सत्यापन के प्रमाण पत्र मांग रहे हैं।

चरित्र प्रमाण पत्र की मांग मीडियाकर्मियों का पमान

जिला प्रशासन के इस रवैये पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आप के प्रवक्ता पंकज पंडित ने कहा कि पत्रकारिता में अपने 22 साल के करियर में वह पहली बार इस तरह की विचित्र मांग देख रहे हैं। मोदी जी पहली बार राज्य का दौरा नहीं कर रहे हैं। चरित्र प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की मांग अपमानजनक है और मीडिया की गतिविधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास है।

मीडिया की आजादी पर हमला

हिमाचल कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता नरेश चौहान ने भी प्रशासन की मांग की निंदा की और कहा कि यह कदम मीडिया की स्वतंत्रता के खिलाफ है।चौंकाने वाली बात यह है कि जहां पत्रकारों को चरित्र सत्यापन के प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है वहीं रैली में शामिल होने के लिए लाए जाने वाले हजारों लोगों को कोई पहचान प्रमाण प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी। बता दें कि पीएम मोदी पांच अक्टूबर को बिलासपुर में एम्स के एक परिसर का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा हिमाचल के बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वह कुल्लू दशहरा समारोह में भी शामिल होंगे।

ये है PM बनने के लिए जरूरी योग्यता

प्रधानमंत्री बनने के लिए भारत का नागरिक होना जरूरी है। इंडियन वोटर लिस्ट (Indian Voter List) में नाम होना चाहिए। लोकसभा और राज्यसभा किसी एक का सदस्य होना आवश्यक है। अगर वह मेंबर नहीं है तो उसे लोकसभा या राज्यसभा किसी एक की सदस्यता 6 महीने के अंदर लेना आवश्यक है। भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए उस व्यक्ति की उम्र 25 साल या उससे ज्यादा होने चाहिए। लोकसभा में बहुमत का समर्थन होना चाहिए।

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