Gold Price Today 17 September : सोने की कीमतों में गिरावट, जानें अपने शहर में भाव
जनज्वार। भारतीय बाजारों (Indian Market) में सोने (Gold Price) और चांदी (Silver Price) की कीमतों में कमजोरी बरकरार है। एमसीएक्स (MCX) के मुताबिक सोना वायदा मामूली गिरावट के साथ 46,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था जबकि चांदी 0.26 प्रतिशत की तेजी के साथ 61,233 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
पिछले सत्र में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी तब सोना 1.7 प्रतिशत या 807 प्रति 10 ग्राम लुढ़क गया था। तीन दिनों में 1200 रुपये की गिरावट हुई। जबकि चांदी (Silver) 2150 रुपये या 3.5 प्रति किलोग्राम लुढ़क गई। आज भी सोना-चांदी की कीमतों में बदलाव हुए हैं।
इंडिया बुलयन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक सोने और चांदी (Gold And Silver) की कीमतों में गिरावट जारी है। अभी 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 46330 रुपये हैं वहीं 22 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 42,440 रुपये है। वहीं 18 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 34750 रुपये हैं, 14 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 27105 रुपये है।
गुड रिटर्न्स के मुताबिक अभी 22 कैरेट सोने का भाव चेन्नई में 43650 रुपये है वहीं 24 कैरेट सोने का भाव 47620 रुपये है। मुंबई में 22 कैरेट सोने का भाव 45380 रुपये है जबकि 24 कैरेट (24 Caret) वाले सोने का भाव 46380 रुपये है। राजधानी दिल्ली में 22 कैरेट वाले सोने का भाव 45750 रुपये है जबकि 24 कैरेट वाले सोने का भाव 49950 रुपये है। इसके अलावा कोलकाता में 22 कैरेट सोने का भाव 45900 रुपये है जबकि 24 कैरेट सोने का भाव 48600 रुपये है।
पिछले सत्र में अंतर्राष्ट्रीय बाजारों (International Market) में सोने की कीमत में तेज गिरावट देखने को मिली है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत 175.86 डॉलर प्रति औंस है। डॉलर (US Dollar) की मजबूती ने अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने के आकर्षण को नुकसान पहुंचाया है। सोने के अलावा अन्य कीमती धातुओं की बात करें तो गुरुवार 16 सितंबर को चांदी एक महीने से अधिक समय में अपने सबसे निचले स्तर 22.93 डॉलर प्रति औंस पर सपाट थी, वहीं प्लैटिनम 0.6 प्रतिशत से बढ़कर 938.88 डॉलर हो गया।
बता दें कि 21 सितंबर से फेड (Federal Reserve) की ओपन मार्केट कमिटी (Open Market Committie) की दो दिवसरीय बैठक शुरू होने जा रही है। विश्लेषक उम्मीद जता रहे हैं कि केंद्रीय बैंक (Central Bank) इस बारे में सुराग देगा कि वह अपनी बांड खरीद को कब कम करना शुरु करेगा। बॉन्ड खरीद में कमी आमतौर पर बॉन्ड यील्ड को बढ़ाती है, जिससे गैर-ब्याज वाले सोने को रखने की अवसर लागत बढ़ जाती है। यह डॉलर को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
सोने के दाम पिछले कई सालों से महंगाई (Inflation) मापने का सर्वोत्तम मानक माना जाता रहा है। निवेशक सोने को महत्वपूर्ण निवेश के रूप में मानते आ रहे हैं। सोने की कीमतों में बढ़ोत्तरी देश में गोल्ड ईटीएफएस (Exchange-traded funds) के द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका पर भी निर्भर करता है। जब गोल्ड ईटीएफ (ETF) खरीदते हैं तो अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कीमतों के बढ़ने का कारण बनता है। क्रॉस करेंसी हेडविंड्स कीमती धातु पर भी प्रभाव डाल सकता है। उदाहरण के लिए अमेरिकी डॉलर में तेज उछाल सोने की कीमतों में गिरावट ला सकता है।