Gujrat News: गुजरात की वडोदरा पुलिस का कारनामा: बलात्कार पीड़ित बेटी के पिता पर ही दर्ज कर दिया मुकदमा
Gujrat News: गुजरात की वडोदरा पुलिस का कारनामा: बलात्कार पीड़ित बेटी के पिता पर ही दर्ज कर दिया मुकदमा
Gujrat News: गुजरात में लॉ एंड ऑर्डर के हालातों पर अतीत में भी कई सवालिया निशान खड़े हुए हैं, ऐसा ही एक मामला हाल में उजागर हुआ है। वडोदरा के नजदीक डभोई गांव में एक 15 साल की बेटी मान्यता (बदला हुआ नाम) के ऊपर उनके ही समाज के व्यक्ति ने बलात्कार किया। अपने ही समाज के आरोपी होने के कारण लड़की और उसके पिता के ऊपर शिकायत ना करने का दबाव बनाया गया। इस बात की जानकारी जब अन्य परिवारजनों को हुई तो परिजन मामले की शिकायत दर्ज कराने डभोई पुलिस स्टेशन पहुँचे। इस मामले में गुजरात पुलिस का कारनामा ये सामने आया कि लड़की के पिता पर ही उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।
आरोप है कि, डभोई पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने पहले FIR तक दर्ज करना मुनासिब नहीं समझा। जिसके बाद दूसरे दिन पीड़ित SP के पास शिकायत करने पहुँचे। जिसके बाद आनन-फानन में शिकायत दर्ज की गई। लेकिन उसमें भी लड़की एवं उसके पिता के अनुसार बयान दर्ज नहीं किया गया, लड़की के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी के साथ आरोपी तीन माह पहले संपर्क में आया था। पड़ोस की शादी में आरोपी किशन ने मान्यता की फोटो अपने मोबाइल में खींच ली। बाद में उन फोटो को अश्लील बनाकर वायरल करने की धमकी देकर बार-बार मान्यता को संबंध बनाने के लिए धमकाता रहा।
अंत में 26 तारीख को सुबह स्कूल जाते वक्त मान्यता को आरोपी ने मोबाइल में फोटो दिखाकर धमकाया और जबरन अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर खेतों में ले गया वहां मान्यता के हाथ बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस कर दुष्कर्म किया। कुछ समय बाद लड़की के पिता को स्कूल की तरफ से फोन गया कि आपकी बेटी आज स्कूल नहीं आई तब विजय भाई ने अपनी बेटी को खोजना शुरू किया। पिता को उसकी बेटी नजदीक ही एक खेत में बने कमरे में आरोपी के साथ मिली।
इसके बाद सामाजिक और आरोपियों के भय से शिकायत दर्ज नही करवाई गई। हालांकि, जब परिवार के अन्य लोगो ने हिम्मत दी तब पिता शिकायत दर्ज करवाने गए, लेकिन डभोई पुलिश स्टेशन में शिकायत दर्ज नही हुई। जिसके बाद पीड़ित परिवार उच्च अधिकारियों से शिकायत की। बताया जा रहा कि, FIR तो हुई पर पुलिस इंस्पेक्टर ने लड़की के चाचा को बताया कि लड़की झूठ बोल रही है, दो चार थप्पड़ पड़ेंगे तो सच बोलेगी।
पीड़िता के पिता विजय भाई खेत मे मजदूरी करते हैं। वह गरीब है इसलिए उनको न्याय शायद ही मिल पाए। गुजरात मे पुलिस के कायदे सायद सत्ता पक्ष के लिए होते हैं। जबकि अन्य गरीब-मजलूमों के लिए नहीं। आरोपी सत्ता पक्ष के जिला स्तर के सत्ताधीशों के नजदीकी होने से शायद गरीब शिकायतकर्ता को दबाया जा रहा है। और शिकायत कर्ता के ऊपर ही झूठा मुकदमा दर्ज करके हवालात में डाल दिया गया जानकारी मिल रही है कि आरोपी को पकड़ लिया गया है।
इनपुट है कि प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात की पुलिस ने उल्टा पीड़ित लड़की के पिता पर मुकदमा संख्या-1119701422190 की धारा 323,504, 508(2) व 114 के तहत एफआईआर दर्ज की है। पीड़िता के परिजनों ने धमकी, दबाव और डर के चलते घर तक छोड़ दिया है। बताया जा रहा कि पूरा परिवार वड़ोदरा स्थित लड़की के चाचा के मकान में शरण लेने को मजबूर है। मामले के आरोपी को पकड़ने की बजाय गुजरात की जांबाज पुलिस लड़की के पिता को पकड़कर थाने ले आई, जहां कोर्ट से उनकी जमानत हो सकी है।
पीड़ित लड़की के पिता ने एसपी ऑफिस में डभोई पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कर के सारी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति में दी तब ये मामला उजागर हुआ। इस मामले की महिला आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई गई है। अब मान्यता को गुजरात मे न्याय मिलेगा की उसकी और उसके परिवार की हत्या की जाएगी। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।