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गुरु गोविंद सिंह की जयंती आज, जन्मस्थली पटना साहिब में नगर कीर्तन शोभायात्रा और प्रकाशोत्सव का आयोजन

Janjwar Desk
20 Jan 2021 5:06 AM GMT
गुरु गोविंद सिंह की जयंती आज, जन्मस्थली पटना साहिब में नगर कीर्तन शोभायात्रा और प्रकाशोत्सव का आयोजन
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गुरु गोबिंद सिंह के पिता का नाम गुरु तेग बहादुर और माता का नाम गुजरी देवी था, वे उनके एक मात्र पुत्र थे, सिख समुदाय के 10वें गुरु गुरु गोबिंद सिंह जन्म श्री पटना साहिब में 22 दिसंबर 1666 को हुआ था..

जनज्वार ब्यूरो, पटना। सिख समुदाय के दसवें गुरु गोविंद सिंह की आज यानी 20 जनवरी 2021 को जयंती है। उनका जन्म पटना में हुआ था। उनकी जन्मस्थली पटना सिटी स्थित गुरुद्वारा में इस अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन सिख समुदाय के लोग पूजा-अर्चना, शबद कीर्तन, गुरुनाम का पाठ आदि करते हैं।

गुरु गोबिंद सिंह के पिता का नाम गुरु तेग बहादुर और माता का नाम गुजरी देवी था। वे उनके एक मात्र पुत्र थे। सिख समुदाय के 10वें गुरु गुरु गोबिंद सिंह जन्म श्री पटना साहिब में 22 दिसंबर 1666 को हुआ था।

जिस वक्त गुरु साहिब का जन्म हुआ, उस वक्त गुरु तेग बहादुर साहिब बंगाल व असम की यात्रा पर थे। जब पिता लौटे तो बाल गुरु गोबिंद जी दौड़ते हुए उन्हें गले जा मिले। वे 6 साल की उम्र तक पटना साहिब में रहे। गुरु गोबिंद सिंह ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी।


19 जनवरी, मंगलवार को गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना सिटी स्थित गुरुद्वारा से नगर कीर्तन शोभा यात्रा निकाली गई। वाह-वाह गोबिन्द सिंह, आपे गुरू चेला, सतनाम वाहे गुरू, बोले सो निहाल के जयघोष के साथ पटना सिटी के गायघाट स्थित बड़ी संगत गुरूद्वारा से पंच-प्यारे, पंथ के झुलते निशान साहेब, गाजे-बाजे, शबत-कीर्त्तन मंडली के साथ गुरू गोबिंद सिंह महाराज के 354वें प्रकाशोत्व पर भव्य नगर कीर्त्तन शोभा यात्र निकाली गयी।


इस मौके पर गुरू गोबिंद सिंह बालक-बालिका, गुरू नानक एकैडमी से स्कूली बच्चों के मार्च पास्ट, पंजाब के अमृतसर से आये पार्श्व गायक विक्की सिंह छाबड़ा, करतब दिखाते कलाकार शामिल थे। इससे पहले बड़ी संगत गुरूद्वारा में चल रहे श्री गुरू ग्रंथ साहेब के अखंड पाठ की समाप्ति पर विशेष दीवान सजायी गयी जिसमें सिंह साहेब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्किन ने गुरू का अरदास, हुक्मनामा, शस्त्र दर्शन कराकर संगत को नेहाल किया।

साथ ही उन्होंने गुरू वचनों से भी संगत को नेहाल किया। बाद में गुरू का अटुट लंगर चखने के बाद फूलों से सजी गुरू की पालकी निकाली गयी, जो पटना के अशोक राजपथ होते हुए तख्त साहेब पहुंचकर संपन्न हो गयी।

नगर कीर्त्तन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेंद्र सिंह आहूवालिया, बिहार के पूर्व मुख्य सचिव जे.एस.कंग, सेवादार कल्याण समिति के संरक्षक सरदार त्रिलोक सिंह निषाद, कमेटि के सदस्यों के साथ अन्य लोग शामिल थे। तख्त साहेब में आज बुधवार को धूमधाम से प्रकाशोत्सव मनाया जाएगा। प्रकाशोत्सव में बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित कई लोग शामिल होंगे।

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