गुरुग्राम से पलवल की तरफ बढ़ रहा टिड्डी दल, दिल्ली पर भी बोल सकता है धावा
जनज्वार। देश में एक तरफ खरीफ फसलों की बुवाई जोर पकड़ चुकी है, वहीं दूसरी तरफ हरियाली का दुश्मन टिड्डियों का आतंक कम नहीं हो रहा है। हरियाणा में शुक्रवार की रात टिड्डी दल पहुंचा और किसी भी समय देश की राजधानी दिल्ली पर भी यह धावा बोल सकता है।
वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय में पदस्थापित उपनिदेशक डॉ. के. एल. गुर्जर ने शनिवार को आईएएनएस को बताया कि टिड्डियां बीती रात पहली बार हरियाणा पहुंची हैं और दिल्ली के आसपास के इलाकों में इसका प्रकोप बना हुआ है।
दिल्ली पर धावा बोलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इस समय टिड्डियां पलवल की तरफ बढ़ रही हैं और हवा के रुख के अनुसार ये गमन करती हैं। इसलिए दिल्ली की तरफ भी बढ़ सकती हैं। हरियाणा के गुरुग्राम और रेवाड़ी में इस समय टिड्डियों का प्रकोप बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि टिड्डियों का प्रकोप इस समय राजस्थान और मध्यप्रदेश में अधिक है, जबकि छोटे-छोटे दल बिहार के रोहतास और उत्तर प्रदेश के वाराणसी व जौनपुर तक पहुंच चुके हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने की रिपोर्ट के अनुसार, 21 जून 2020 तक राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 84 जिले अब तक टिड्डियों की चपेट में आ चुके हैं जहां 114,026 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया है।
वहीं दिल्ली सरकार ने टिड्डियों के खतरे को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइडरी में आपदा प्रबंधन को अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही टिड्डी दल से निपटने के उपायों पर भी चर्चा की गई है। दिल्ली सरकार के प्रशासनिक दल ने टिड्डी दल पर नियंत्रण पाने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
Delhi Government issues advisory to contain and control the menace of desert locusts in the national capital. pic.twitter.com/DjU3mrYy4L
— ANI (@ANI) June 27, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि टिड्डियों ने हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, यूपी, एमपी, गुजरात और महाराष्ट्र में फसलों को नष्ट कर दिया है। भारत सरकार को उन राज्यों और किसानों को सहायता प्रदान करनी चाहिए जिन्होंने इस खतरे को झेला है।