Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

Hello मैं शलभमणि त्रिपाठी बोल रहा हूँ- एक गिरफ्तारी नहीं कर सकते, तो तुम निकम्मे थानेदार हो

Janjwar Desk
15 March 2022 1:08 PM IST
lucknow news
x

(SHO को धमकाते वायरल हो रहे योगी के नए विधायक शलभमणि त्रिपाठी)

Deoria News: आप अगर गुंडों को गिरफ्तार नहीं कर पाते, तो आप निकम्में पुलिसवाले हैं। उसका भाई अपराधी है, जेल में बंद है। पता है न कि उसने एक मल्ल जी की हत्या करवाई थी...

Deoria News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ता पाई भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जनपद देवरिया की सदर सीट से नव निर्वाचित विधायक शलभमणि त्रिपाठी (Shalabhmani Tripathi) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। इस वीडियो में कार की अगली सीट पर बैठे शलभमणि एक थानेदार को हड़काते देखे जा रहे हैं।

इस वायरल वीडियो (Viral Video) में पत्रकार से नेता बने शलभमणि (Shalabhmani) फोन पर कहतके सुने जा रहे कि, 'हैल्लो एसएचओ भलुअनी (SHO Bhaluani) बोल रहे हैं, आप। मैं शमभमणि त्रिपाठी बोल रहा हूँ। एक गुंडे ने गाली दी थी। वैसी गाली आपको दी गई होती या आपके परिवार को दी गई होती तो आपको कैसा लगता? आपने उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की?'

विधायक ने कहा कि, 'आप अगर गुंडों को गिरफ्तार (Arresting) नहीं कर पाते, तो आप निकम्में पुलिसवाले हैं। उसका भाई अपराधी है, जेल में बंद है। पता है न कि उसने एक मल्ल जी की हत्या करवाई थी। इतने के बाद भी आप गिरफ्तारी नहीं करा पाए। आगे विधायक ने कहा कि अगर आप समझौते का प्रयास कराएं तो आप निकम्में पुलिस अफसर हैं।'

इसके बाद शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि, 'धमकी देने वाले को फौरन लॉकअप में डालकर उसकी फोटो हमें भेजिए। गाली देने का ऑडियो हमने कप्तान साहब को भी भेजा था। जरूरत पड़ी तो डीजीपी और माननीय मुख्यमंत्री महोदय को भी भेजूंगा। इसके बाद नवनिर्वाचित विधायक ने एसएचओ भलुअनी को तमाम देर तक खूब खरी-खोटी सुनाई।'

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक विधानसभा चुनाव के दौरान बरडिहा चंदन निवासी एक शातिर के भाई ने बरौली में रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ता रोशन गौड़ को फोन पर गालियां दी थीं। आरोप है कि उसने पीड़ित के प्रति जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। पूरे मामले में पुलिस ने रोशन गौड़ की तहरीर पर सिर्फ एनसीआर दर्ज की, जबकि कहने के मुताबिक एससी-एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज होना चाहिए था।

इस मसले पर विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने बताया कि, 'चुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ता का जनाजा निकालने की धमकी अपराधी प्रवृत्ति के युवक द्वारा दी गई थी। उसकी तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर चुप बैठ गई। उसके खिलाफ शांतिभंग तक की कार्रवाई नहीं की गई। अब उसका मन इस कदर बढ़ गया कि जान से मारने की धमकी दे रहा है और पुलिस कार्रवाई न कर समझौते का दबाव बना रही है।'

वहीं एसएचओ भलुअनी मुकेश मिश्रा का कहना है कि, 'सदर विधायक ने मुझे फोन किया था। वह जिस मामले की बात कह रहे थे, उसमें गिरफ्तारी नहीं हो सकती। आरोपी को गुंडा एक्ट में पाबंद किया गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। समझौता कराने की बात जो विधायक कह रहे हैं वह निराधार है।'

Next Story

विविध