Hijab Controversy: मैसूर के इस कॉलेज ने खत्म किया ड्रेस कोड, हिजाब पहनी छात्राओं को भी मिलेगी एंट्री
Hijab Controversy: कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब (Hijab) को लेकर भारी विवाद चल रहा है। इसी बीच मैसूर शहर (Mysore City) के एक प्राइवेट कॉलेज ने हिजाब को लेकर बड़ा फैसला लिया है। कॉलेज ने हिजाब पहनी मुस्लिम छात्राओं (Muslim girl students) को क्लास में बैठने की अनुमति दे दी है और ड्रेस कोड (dress code) को रद्द कर दिया है। इसी के साथ राज्य में ये ऐसा पहला कॉलेज बन गया है जिसने छात्राओं को हिजाब के साथ कक्षा में प्रेवश देने की अनुमति दी है।
मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक, मैसूर के डीडीपीयू के डीके श्रीनिवास मूर्ति का कहना है कि 4 छात्राओं ने हिजाब के बिना क्लासों में जानें से मना कर दिया और वे विरोध कर रही थीं। इस विरोध में कई संगठनों ने उनका समर्थन किया। मैंने कॉलेज का दौरा किया और सभी से इस पर विस्तार से बातचीत की। डीके श्रीनिवास मूर्ति ने आगे बताया कि इसी बीच कॉलेज की ओर से ऐलान किया गया कि वह स्टूडेंट्स को क्लासों में प्रवेश की अनुमति देने के अपने ड्रेस कोड को रद्द कर रहा है।
20 छात्राओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कर्नाटक उच्च न्यायालय के अंतरिम निर्देश के बाद भी तुमकुर में गर्ल्स एम्प्रेस गवर्नमेंट पीयू कॉलेज में छात्राएं बीते 2 दिनों से हिजाब पहनकर एंट्री करने की मांग कर रही हैं। इसके बाद गर्ल्स एम्प्रेस गवर्नमेंट पीयू कॉलेज के प्राचार्य ने तुमकुर सिटी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 20 छात्राओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एफआईआर में उन छात्राओं का नाम शामिल है जिन्होंने 17-18 फरवरी को हिजाब नियम के खिलाफ हंगामा किया था।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने दिया था ये बयान
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने 16 फरवरी को स्कूल खुलने के साथ ही चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अब कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने पुलिस को अंतरिम आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश किया था। इसी के आधार पर इन छात्राओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।