Horse Trading in President Election : यशवंत सिन्हा बोले - मुझसे डर गई है BJP, वोट के बदले विधायकों को 1 करोड़ का ऑफर
Horse Trading in President Election : अब देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति का चुनाव ( President Election ) भी हॉर्स ट्रेडिंग ( Horse Trading ) से अछूता नहीं रहा। इस चुनाव में विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार व पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ( Yashwant sinha ) ने भाजपा ( BJP ) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा मुझसे डर गई है। भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्रौपदी मुर्मू ( Draupdi Murmu ) को जिताने के लिए विधायकों को 1 करोड़ का ऑफर दे रही है।
साफ है कि यशवंत सिन्हा ( Yashwanrt Sinha ) ने भाजपा ( BJP ) पर चुनाव में खरीद-फरोख्त में शामिल होने का आरोप लगाया है। यशवंत सिन्हा ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के चुनाव ( President Election ) में खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की है। वाजपेयी सरकार में पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया कि भाजपा 'ऑपरेशन कमल' चला रही है, जिसके तहत वह अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए गैर-भाजपा विधायकों को बड़ी रकम की पेशकश कर रही है।
चुनाव आयोग से जांच की मांग
14 जुलाई को यशवंत सिन्हा ( Yashwant sinha ) ने कहा कि मैंने आज सुबह बहुत ही दुख के साथ मध्य प्रदेश के एक बड़े अखबार में छपी खबर का शीर्षक पढ़ा। भाजपा की नजर कांग्रेस के 26 आदिवासी विधायकों पर है, क्रॉस वोटिंग की तैयारी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने विश्वसनीय स्रोतों से यह भी सुना है कि राष्ट्रपति चुनाव ( President Election ) में पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने के लिए गैर-भाजपा विधायकों को बड़ी रकम की पेशकश की जा रही है। यशवंत सिन्हा ने चुनाव आयोग और राज्य सभा के महासचिव से भाजपा के इस भ्रष्टाचार की जांच करने का आग्रह किया।
खतरे में लोकतंत्र
Horse Trading in President Election : यशवंत सिन्हा ने भाजपा के ऑपरेशन कमल का सही नाम बताते हुए कहा कि यह ऑपरेशन मल है। यह सत्ताधारी दल द्वारा गंदे राजनीतिक भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है। इसका इस्तेमाल विपक्षी दलों में दलबदल करने और विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को गिराने के लिए किया जाता है।मध्य प्रदेश के अलावा भाजपा ने इसका इस्तेमाल कर्नाटक, गोवा, अरुणाचल प्रदेश और हाल ही में महाराष्ट्र में विपक्षी सरकारों को हटाने के लिए किया है। इस सब में मुझे भारत के लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी सुनाई देती है।