कोविड महामारी के बावजूद, 2020-21 के लिए IIT कानपुर का कैम्पस प्लेसमेंट में सफल प्रदर्शन
कानपुर IIT सेंटर
कानपुर, जनज्वार। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT कानपुर अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए विख्यात है, और अक्सर देश भर के शीर्षक्रम उद्योगों और अनुसंधान संगठनों के बीच स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र प्लेसमेंट के लिए पहली पसंद बनता है। बीते वर्षों की तरह ही इस साल कोविड-19 महामारी के बावजूद भी आईआईटी कानपुर ने कैंपस प्लेसमेंट के फेज-1 का सफल वर्ष देखा।
IITK के शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में भर्ती अभियान दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। भर्तियों का पहला चरण आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर, 2020 को शुरू हुआ और 9 दिसंबर, 2020 यानी कुल 9 दिनों में समाप्त हुआ। जबकि, पिछले वर्ष चरण -1 को 13 दिसंबर को 13 दिन में ही बंद कर दिया गया था।
आईआईटी कानपुर के फेज -1 प्लेसमेंट सीजन में, लगभग 232 रिक्रूटर्स ने कैंपस से छात्रों को फुल टाइम एम्प्लॉयमेंट के लिए हायर किया। विभिन्न क्षेत्रों के 60 विभिन्न प्रोफाइल वाली 45 शीर्ष स्तरीय फर्मों द्वारा पहले दिन के साक्षात्कार में परिसर से छात्रों को अभूतपूर्व 232 नौकरी के प्रस्ताव दिए गए थे, और उनमें से 203 आईआईटी कानपुर के छात्रों द्वारा स्वीकार किए गए थे। नौवें दिन तक चले पहले चरण के प्लेसमेंट तक कुल 821 प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 709 प्रस्ताव स्वीकार किए गए।
IITK के छात्रों को उच्चतम घरेलू पैकेज INR 82 लाख प्रति वर्ष की पेशकश की गई थी, जबकि उच्चतम अंतर्राष्ट्रीय पैकेज INR 1.47 करोड़ प्रति वर्ष की दर से पेश किया गया था। 19 प्रस्तावों में से, 15 छात्रों ने उनके प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया है। जबकि, हायरिंग नंबरों के आधार पर, प्लेसमेंट सीजन के लिए शीर्ष भर्तीकर्ता माइक्रोसॉफ्ट था, जिसने पहले दिन परिसर से अधिकतम छात्रों को जॉब ऑफर की। फेज -1 के लिए अन्य शीर्ष रिक्रूटर्स में एप्पल, गूगल, क्वालकॉम, इएक्सेल, इंटेल, जोमैटो, अमेजन, एक्सिस, वीमोक, स्टरलाइट, आईसीआई बैंक आदि शामिल रहे।
प्लेसमेंट ड्राइव में कोडिंग और सॉफ्टवेयर फर्मों की 59 प्रतिशत की उच्चतम भागीदारी देखी गई, जबकि 18 प्रतिशत कोर फर्मों ने भी दृढ़ता से योगदान दिया। आईआईटी कानपुर के छात्रों को नौकरी पर रखने के लिए लगभग 50 से अधिक स्टार्ट-अप फर्म (जिसमे मुख्यता सॉफ्टवेयर कंपनियां शामिल रहीं) आमंत्रित किए गए थे।
महामारी के बावजूद आईआईटी कानपुर में प्लेसमेंट के मामले में फेज -1 बेहद संतोषजनक था। संपूर्ण प्लेसमेंट प्रक्रिया ऑनलाइन आयोजित की गई थी। आईआईटी कानपुर में सीडीएपी (सेल फॉर डिफरेंटली एबल्ड पर्सन) दिव्यांग प्रकोष्ठ का एक विशेष योगदान भी भर्ती करने वाली फर्मों को उनकी विशेष जरूरतों को पहले से समझकर पेश किया गया।
इस पूरी प्रक्रिया में छह 'समग्र प्लेसमेंट कोऑर्डिनेटरों' संकते गग्गर, हिमांशु पांडे, राज गोहिल, रिशु कटियार, वेदांत वेंकटकृष्णन, और भावेश लोसंगी की देखरेख के साथ-साथ प्लेसमेंट विभाग के सहायक समन्वयक टीम के सदस्यों के साथ श्री अमरेन्द्र मोहंती और श्री प्रवीण कुमार के अथक प्रयासों से वर्तमान महामारी की स्थिति के दौरान भी पर्याप्त संख्या में परिसर के छात्रों को उच्चस्तर पर प्लेसमेंट प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुयी।